हाथरस (उप्र)। हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदगी की जंग हारने वाली दलित युवती के परिवार की सुरक्षा में पुलिस ने उनके घर के बाहर और अंदर आठ सीसीटीवी कैमरे और एक मेटल डिटेक्टर लगाया है। इसके अलावा पीड़ित परिवार के घर के पास दमकल की एक गाड़ी तथा खुफिया विभाग के कर्मचारी भी तैनात कर दिए गए हैं। घर के आसपास के इलाके को पूरी तरह से छावनी में बदल दिया गया है।
उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से परिवार के सुरक्षा इंतजामों की निगरानी के लिए लखनऊ से नोडल अधिकारी बना कर हाथरस भेजे गए पुलिस उप महानिरीक्षक शलभ माथुर ने शुक्रवार को बताया, पीड़ित परिवार के घर के बाहर 12-12 घंटे की शिफ्ट में करीब 60 जवान तैनात किए गए है। इन पुलिसकर्मियों के लिए खाने पीने, बैठने, कुर्सी, पंखे आदि की भी व्यवस्था की गई है। इन पुलिसकर्मियों की निगरानी के लिए एक राजपत्रित अधिकारी भी शिफ्टों में 24 घंटे तैनात रहेगा।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों से पीड़ित परिवार के घर की 24 घंटे निगरानी की जा रही है और अगर आवश्यकता पड़ी तो जल्द ही एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया जाएगा। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने आने वालों की जानकारी रखने के लिए एक आगंतुक रजिस्टर भी रखा गया है।
उन्होंने बताया कि परिवार के प्रत्एक सदस्य एवं गवाहों की सुरक्षा के लिए दो दो सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है। परिवार की महिला सदस्यों हेतु महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। जायसवाल ने बताया कि घर के मुख्य द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगा दिया गया है जिससे घर आने जाने वाले प्रत्एक व्यक्ति की जांच की जाएगी। जायसवाल के मुताबिक इन सब सुरक्षा इंतजामों की निगरानी 24 घंटे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे हैं।