नई दिल्ली। भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए एक इजरायली कंपनी का चयन करने की तारीफ करते हुए इजरायल के राजदूत रोन माल्का ने कहा कि उनका देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के साथ है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विनिर्माण आधारित प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के तहत 16 योग्य आवेदकों को मंजूरी दी है। बड़े स्तर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई के तहत पांच साल के लिए चुनिंदा कंपनियों को भारत में विनिर्मित होने वाले सामानों पर कुछ शर्तों के साथ चार प्रतिशत से छह प्रतिशत तक प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
सरकार के ताजा फैसले का स्वागत करते हुए माल्का ने ट्वीट किया, खुशी है कि इजराइल की एक कंपनी नियोलिंक, जो यूटीएल-नियोलिंक का हिस्सा है, उसे भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए भारत सरकार द्वारा चुना गया है। ये भारतीय प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया, निर्यात और आत्मनिर्भर भारत पहल में सक्रिय भागीदारी करने वाली इजरायली कंपनियों की सूची में एक और महत्वपूर्ण वृद्घि है।
उन्होंने इस कंपनी के चयन पर पीटीआई-भाषा से कहा कि इससे पता चलता है कि उनका देश भारत की योजनाओं के साथ किस कदर जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच गठजोड़ न सिर्फ सरकारों के बीच, बल्कि व्यापारों के बीच भी है।