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प्रधानमंत्री 27 अक्टूबर को प्रदेश के पांच लाख से ज़्यादा ठेले वालों से संवाद
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गरीबी रेखा के नीचे वालों को सीएम जन आरोग्य योजना से जायेगा जोड़ा
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टाटा कैंसर इंस्टिट्यूट के तर्ज पर चलेगा लखनऊ का कैंसर संस्थान
लखनऊ। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत देश के शहरी क्षेत्रों के रेहड़ी, पटरी, ठेले वाले, खोमचे वाले आदि लोगों को बैंकों से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भी इसकी गहन समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत प्रधानमंत्री 27 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में पांच लाख से ज़्यादा ठेले वाले, रेहड़ी वाले और छोटे-छोटे खोखे वाले, खोमचे वालों से संवाद करेंगे। इसी क्रम में प्रधानमंत्री प्रदेश के 651 नगर निगमों में लगभग तीन लाख रेहड़ी, ठेले और खोमचे व छोटे-छोटे तीन लाख से ज़्यादा दुकानदारो को स्वनिधि योजना के तहत लोन वितरण करेंगे और इनसे संवाद स्थापित करेंगे।
सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले हर परिवार को आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा जाये। इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। गरीबी रेखा के नीचे सभी परिवारों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ज़रूरी कार्यवाही कर रही है। प्रदेश सरकार आयुष्मान भारत योजना से वंचित लगभग दो करोड़ परिवारों को भी आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रही है।
अपर मुख्य सचिव सूचना ने बताया कि मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उपयोगी एवं महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया है। लखनऊ स्थित लखनऊ में बने सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान का भी लोकार्पण किया गया। उन्होंने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान और अस्पताल को मुंबई स्थित टाटा कैंसर इन्स्टीट्यूट की तर्ज पर चलाया जायेगा। यह देश में एक अग्रणी कैंसर संस्थान होगा। यह संस्थान लगभग 805 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इस संस्थान में आईपीडी, ओपीडी सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
सहगल ने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से संचालित हो रही है। प्रदेश में विद्यमान 4.35 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 10,727 करोड रुपये के लोन स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार व स्वरोजगार सृजन अभियान में इस वित्तीय वर्ष में 14 मई से आज तक 5.74 लाख नयी इकाईयों को 15,461 करोड रुपये के लोन वितरण किया गया है। प्रदेश में मौजूदा समय में 4000 धान क्रय केंद्र स्थापित है। अब तक 1,27,133.92 मीट्रिक टन धान की खरीद सुनिश्चित की जा चुकी है। जबकि पिछले साल इस अवधि में धान की खरीद 11,988.52 एमटी की गयी थी।