लखनऊ। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा लोकतंत्र समय की कसौटी पर खरा उतरा है। अनेकता में एकता से ही समूचे विश्व में भारत की अलग पहचान बनी है। उन्होंने कहा कि सीपीए ने लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका अदा की है।
भारतीय लोकतंत्र की भावना राष्ट्रमंडल की भावना के अनुरूप है। भारत राष्ट्रमंडल की सराहना करता है। हमारे संविधान निर्माताओं ने लोकतंत्र की जिम्मेदारी बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी है इसलिए हमें अहम भूमिका निभानी होगी। हम आज एकता और अखंडता की रक्षा कर रहे हैं। कहा कि सम्मेलम से ठोस और सकारात्मक निष्कर्ष निकलेंगे, जिनसे लोकतंत्र और मजबूत होगा। जनप्रतिनिधियों के नाते संसदीय लोकतंत्र की सर्वोच्चता के साथ ही जनता की बात भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी सरकार तभी काम कर सकती है जब सदन बाधित न हो। अवरोध से इससे जनता की भावनाएं आहत होती हैं। कहा कि सरकार अपनी नीतियों से समाज के अंतिम व्यक्ति तक को लाभान्वित करना चाहती है। योगी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले 36 घंटे अनवरत सदन चला जिसमें सतत विकास के लक्ष्य हासिल करने पर सार्थक चर्चा हुई और हमारी सरकार सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। सीपीए के सभी सदस्यों को भी आगे आना होगा। उन्होंने सभी का आभार भी जताया।