पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा सोमवार को यहां शुरू हो चुकी है। अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग उनकी शवयात्रा में उमड़े हैं। गोवावासियों के साथ ही आम जनमानस के बीच बेहद लोकप्रिय रहे पर्रिकर की आखिरी बार एक झलक देखने के लिए लोगों का सैलाब अंतिम यात्रा के साथ चल रहा है।
उनके प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ताओं की आंखें नम
पर्रिकर के पार्थिव शरीर को एक वाहन पर रखा गया है। वाहन फूलों से सजा है। पर्रिकर की अंतिम यात्रा यहां कला अकादमी से निकल चुकी है और यह मीरामार बीच तक जाएगी जहां भाजपा नेता और गोवा के मुख्यमंत्री का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को लेकर चल रहे वाहन के चारों ओर उनके प्रशंसक और पार्टी कार्यकर्ताओं की आंखें नम हैं। पर्रिकर का रविवार की शाम अग्नाशय कैंसर के चलते निधन हो गया था। एक अधिकारी ने बताया कि मीरामार बीच में पर्रिकर का पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। पर्रिकर देश के रक्षा मंत्री पद पर भी रहे थे। डोना पाउला में र्पिकर का निजी आवास है और आज सुबह वाहन में उनके पार्थिव शरीर को वहां से पणजी लाया गया।
भाजपा के एक राज्य प्रवक्ता ने यह जानकारी दी
यह सफर केवल पांच किलोमीटर लंबा था और पूरे मार्ग में लोग अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए उमड़े हुए थे। बेहद विनम्र, सुलझे हुए और आम जन के नेता पर्रिकर इस छोटे से तटीय राज्य गोवा से उठकर देश के रक्षा मंत्री के पद तक पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कला अकादमी में दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं जाहिर कीं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी पर्रिकर के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना प्रकट की। पर्रिकर का अंतिम संस्कार मीरामारा बीच पर किया। पर्रिकर के सबसे बड़े बेटे उत्पल ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। पास ही में गोवा के प्रथम मुख्यमंत्री दयानंद बांदोडकर का स्मारक भी है। उनका अंतिम संस्कार भी इसी जगह पर किया गया था। भाजपा के एक राज्य प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।