कराची। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में उग्र भीड़ ने एक हिंदू मंदिर में तोडफ़ोड़ की और 300 हिंदू परिवारों पर हमले का प्रयास किया लेकिन दशकों से पड़ोस में साथ रह रहे स्थानीय मुसलमानों ने भीड़ को इलाके में घुसने नहीं दिया। मीडिया में बुधवार को आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
यह घटना रविवार को शीतल दास परिसर में हुई, जहां करीब 300 हिंदू परिवार और 30 मुस्लिम परिवार रहते हैं। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि काफी आदमी परिसर के एकमात्र द्वार के बाहर एकत्र हो गए थे और इनमें से कई लोगों का हिंदू परिवारों पर हमला करने का इरादा था। हालांकि, परिसर में और इसके आसपास रहने वाले मुसलमान तुरंत द्वार पर पहुंचे और भीड़ को इलाके में घुसने से रोका।
एक हिंदू व्यक्ति ने कहा, सूचना दिए जाने के बाद कुछ ही मिनटों में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। एक अन्य हिंदू व्यक्ति ने कहा, उग्र भीड़ के कुछ लोग मंदिर तक पहुंच गए और इसमें तोडफ़ोड़ का प्रयास किया। एक्सप्रेस ट्िरब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ हिंदू परिवारों पर हमला करना चाहती थी लेकिन पुलिस ने इसे नाकाम कर दिया।
हालांकि, अन्य चश्मदीदों ने कहा कि घटना के दौरान तीन मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि की कि स्थानीय मुस्लिम परिवारों ने विरोध कर हमलावरों को अल्पसंख्यक हिंदू परिवारों पर हमले से रोका। इस घटना के बाद मंगलवार तक 60 से अधिक हिंदू परिवार शहर के अन्य इलाकों में चले गए थे।