अमेरिकी कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस की रिपोर्ट से हुआ बड़ा खुलासा, अल कायदा का बेस बन गया था आतंकिस्तान
वॉशिंगटन। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अलग-थलग पड़ता जा रहा है। पहले संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाक सरकार पर यूएन द्वारा चिह्नित आतंकियों को पनाह देने के सबूत पेश किए। इसके बाद ऐबटाबाद से ओसामा के पकड़े जाने का मुद्दा उठा कर पाकिस्तान के तार सीधे आतंकियों से जुड़े होने की बात कह दी। अब भारत के इन आरोपों की पुष्टि अमेरिका की संसद से जुड़ी एक संस्था ने भी की है। यूएस कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की रिपोर्ट के मुताबिक, ओसामा बिन-लादेन के संगठन अल-कायदा ने लंबे समय तक पाकिस्तान को बेस बनाकर दूसरे देशों में अपने आतंकी हमलों को अंजाम दिया। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में 12 विदेशी आतंकी संगठनों की पनाहगाह है। अमेरिकी अफसरों ने इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (केपीके) और कराची को अल-कायदा समेत अन्य आतंकी संगठनों के अभियान का केंद्र करार दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अल-कायदा ही नहीं, पाकिस्तान कई और आतंकी संगठनों का बेस भी रहा है। इनमें से कई तो 1980 के दौर से ही पाकिस्तान से आॅपरेट कर रहे हैं। इसी रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि पाकिस्तान में 12 आतंकी संगठन सक्रिय हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में सक्रिय पांच आतंकी संगठनों के निशाने पर भारत है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे आतंकी संगठन शामिल हैं। वहीं, बाकी के सात विदेशी आतंकी संगठन हैं। सीआरएस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान में आतंकियों के कई आॅपरेशनल बेस और मिलिटेंट ग्रुप की पहचान की है। क्वाड सम्मेलन के दौरान अमेरिकी कांग्रेस की ओर से रिलीज की गई रिपोर्ट में साफ किया गया है कि सभी आतंकी संगठन पाकिस्तान से संचालित हो रहे हैं। ये पांच तरह के संगठन हैं। जिसमें कुछ पूरी दुनिया को टारगेट करते हैं। तो कुछ के निशाने पर अफगानिस्तान है। वहीं पांच आतंकी संगठन भारत और कश्मीर को निशाना बनाते हैं। अन्य दो पाकिस्तान और शिया समुदाय पर आतंकी हमले कर रहे हैं। रिपोर्ट में साफ किया गया है कि सभी आतंकी संगठन पाकिस्तान से संचालित हो रहे हैं। ये पांच तरह के संगठन हैं। जिसमें कुछ पूरी दुनिया को टारगेट करते हैं। तो कुछ के निशाने पर अफगानिस्तान है। वहीं पांच आतंकी संगठन भारत और कश्मीर को निशाना बनाते हैं। अन्य दो पाकिस्तान और शिया समुदाय पर आतंकी हमले कर रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि लश्कर-ए-तैयबा 1980 में पाकिस्तान में बनाया गया आतंकी संगठन है।
2001 में इसे वैश्विक आतंकी संगठन के रूप में डिजाइन किया गया। फिर वर्ष 2008 में इसी आतंकी संगठन ने मुंबई में हमला किया। इसके अलावा, भी यह संगठन कई बड़े आतंकी हमले कर चुका है। इसी तरह, जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना में 2002 में की गई। इसका संस्थापक मसूद अजहर था। बाद में 2001 में इसे विदेशी आतंकी संगठन के रूप में डिजाइन किया गया। भारत की संसद में हुए हमले में इसी आतंकी संगठन का हाथ था। हरकत-उल-जिहाद-इस्लामी 1980 में अफगानिस्तान में बना आतंकी संगठन है। इसकी स्थापना सोवियत सेना से लड़ने के लिए की गई थी, लेकिन 2010 में यह वैश्विक आतंकी संगठन के रूप में पहचाना गया। 1989 के बाद से इस आतंकी संगठन ने भारत में हमले शुरू किए। अफगानिस्तान में तालिबान की लड़ाई के लिए भी यही आतंकी संगठन लड़ाकों को भेजता था। एक अन्य संगठन हिजबुल मुजाहिदीन 1989 को कथित तौर पर पाकिस्तान की सबसे बड़ी इस्लामिक राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित किया गया था, लेकिन इस संगठन ने कई आतंकी हमले किए। 2017 में यह भी वैश्विक आतंकी संगठन के रूप में पहचाना गया। सबसे बड़ा व पुराना आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर से संचालित होता है। सीआरएस रिपोर्ट के मुताबिक, अन्य आतंकी संगठनों को अलकायदा संचालित करता है।