लखनऊ में महाशिवरात्रि को लेकर सजने लगे शिवालय और मंदिर

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में महाशिवरात्रि का पावन पर्व नजदीक आते ही शिवालयों में विशेष तैयारियां तेज हो गई हैं। महाशिवरात्रि इस बार 26 फरवरी बुधवार को मनाई जाएगी। शहर के मनकामेश्वर मंदिर समेत प्राचीन शिवालयों में जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों का जनसैलाब उमड़ेगा। मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह सम्पन्न हुआ था। इसलिए शिवरात्रि का दिन भगवान शिव की आराधना का बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है। श्रद्धालु इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करेंगे। वहीं, महिलाएं जीवन में सुख समृद्धि व परिवार की खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रखेंगी, जिसका पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जायेगा। पं. बिन्द्रेस दुबे ने बताया कि यह व्रत फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर रखा जाता है। श्रद्धालु दिन में महादेव का जलाभिषेक व रात्रि में शिव-पार्वती विवाह में शामिल होकर पुण्य के भागी बनेंगे। शिवरात्रि के दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त शिव मंदिर या अपने घर में नर्मदेश्वर की मूर्ति या पार्थिव शिवलिंग बनाकर मम इह जन्मनि जन्मान्तरेवार्जित सकल पाप क्षयार्थं आयु-आरोग्य-ऐश्वर्य-पुत्र-पौत्रादि सकल कामना सिद्धिपूर्वक अन्ते शिवसायुज्य प्राप्तये शिवरात्रिव्रत साड्गता सिध्यर्थं साम्बसदाशिव पूजनम करिष्ये मंत्र का जप करते हुए महादेव को जलाभिषेक करें। महादेव को आक, कनेर, विल्वपत्र व धतूरा, कटेली आदि अर्पित करें। शिवरात्रि के दिन रुद्रभिषेक कराना अत्यंत उत्तम है। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालु अपनी राशि के अनुसार रुद्राभिषेक करें तो विशेष फल प्राप्त होगा।

इन शिव मंदिरों में चल रही विशेष तैयारी
महाशिवरात्रि के दिन शहर के मनकामेश्वर, महाकाल, बुद्धेश्वर महादेव मंदिर समेत अन्य शिवालय शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों से गुलजार रहेंगे। शिवरात्रि के अवसर पर महादेव के जलाभिषेक व शिव-पार्वती विवाह को लेकर शिवालयों की साज-सजावट, रंगाई-पुताई आदि की तैयारी जोरों पर हैं। शिवालयों की साफ-सफाई के साथ ही गर्भगृह तक पहुंचाने वाले रास्ते की बैरिकेडिंग व रौशनी की व्यवस्था की जा रही है। मंदिरों में रंगाई-पुताई लगभग पूरी हो चुकी है। भक्तों के लिए विशेष सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। शहर के शिव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में महादेव का विशेष श्रृंगार किया जायेगा। यहां मंदिर के प्राचीन कुंआ से शिव भक्त भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। जिला प्रशासन ने प्राचीन शिवालयों समेत शहर के सभी शिवालयों में महाशिवरात्रि को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है।

12 ज्योतिर्लिंग धाम में होगा रुद्राभिषेक
सदर का 12 ज्योतिर्लिंग धाम मंदिर भक्तों के लिए रात दो बजे से खुलेगा। यहां सुबह 6 बजे तक रुद्राभिषेक किया जाएगा। महाआरती के बाद कोलकाता के संजय नवीन बंधु भजन आरती पेश करेंगे। वहीं मनकामेश्वर की महंत देव्या गिरी के मार्गदर्शन में रात तीन बजे जलाभिषेक करेगी। पूवीर्देवी और महाकालेश्वर मंदिर ठाकुरगंज में भी रुद्राभिषेक की बुकिंग पूरी हो गई है। वहां रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक रुद्राभिषेक चलेगा। शाम 6 बजे भजन संध्या के बाद दीपयज्ञशाला में दीपदान होगा। यहां रात 8 आठ बजे महाआरती और सुन्दरकांड का पाठ किया जाएगा। रात 10 बजे हवन होगा। मां पूर्वी देवी एवं महाकालेश्वर मंदिर बाघांबरी सिद्धपीठ में शाम कीर्तन के बाद दीपदान होगा। यहां आरती रात 8:30 बजे होगी। सुंदरकांड के पाठ के बाद रुद्राष्टध्यायी हवन होगा। और रात 12 बजे से रुद्राभिषेक किया जाएगा। उधर गोमती नगर के अयप्पा मंदिर में केवल 301 रुपये में रुद्राभिषेक करवाया जा सकता है। उधर सीतापुर रोड शिव पार्क खदरा में भव्य शिव बारात निकाली जाएगी। यहां आचार्य विश्वम्भर शास्त्री का शिव महापुराण पर प्रवचन कल शाम से चल रहा है। चौक स्थित छोटे शिवालय में बड़े शिवालय तक शिव बारात निकाली जाएगी। बड़े शिवालय मंदिर के बाहर गुफा की भव्य झांकी सजाई जा रही है। उधर प्रजापिता ब्रह्मकुमारी की ओर से रविंद्रालय से झूलेलाल पार्क तक विश्व परिवर्तन शिव संदेश शोभायात्रा निकाली जाएगी।

एक क्विंटल भांग गटकेंगे भोला के भक्त

महाशिवरात्रि पर भोले को भांग का भोग लगाने की परंपरा है। प्रसाद के बाद भोले के भक्त भी भांग का मजा लेते हैं। भांग का क्रेज ऐसा है कि इस बार भोला के भक्त सौ किलोग्राम तक भांग गटक सकते हैं। यह दावा है शहर के प्रमुख ठंडाई विक्रेताओं का। इन लोगों ने इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की है। चौक में राजा ठंडाई के नाम से दुकान चला रहे राजकुमार त्रिपाठी बताते है कि इधर लोगों में शुगर फ्री ठंडाई का भी क्रेज बढ़ा है। इसके अलावा लोग मट्ठे, कुल्फी, गोली, चूरन, खस्ते तक में भांग खाने लगे हैं। राजकुमार बताते है कि कल्याणगिरी मंदिर में भोलेनाथ को तीन पीढ़ियों से भांग का प्रसाद उन्हीं के परिवार से जा रहा है। सबसे पहले लालाजी महाराज फिर उनके बेटे रामआधार, उसके बाद उनके बेटे विनोद कुमार त्रिपाठी राजा और अब आशीष और राजकुमार त्रिपाठी उस परंपरा को निभा रहे हैं। यहां 1200 रुपये प्रति किलो की दर से ठंडाई का सूखा मसाल बेचा जा रहा है। तो वहीं भांग के ठेके पर बीस रुपये में बीस ग्राम भांग मिल रही है। दुकानदारों के अनुमान के मुताबिक इस बार सौ किलो की भांग बिकने का अनुमान है।

सस्ता हुआ कुट्टू और सिंघाड़े का आटा
बीते साल कुट्टू का आटा जहां 160 रुपये प्रतिकिलो था, वहीं इस साल यह 100 से 120 रुपये और सिघांड़े का आटा जो बीते साल 200 से 240 रुपये था इस साल वह 120 से 145 रुपये में है।

कावड़ियों के लिए भंडारे का इंतजाम
श्री बाबा अमरनाथ बफार्नी सेवा मंडल की ओर से आलमबाग के चंदरनगर गेट के पास स्थित मौनी बाबा मंदिर पर कावड़ियों के लिए भंडारे का इंतजाम किया गया है। यह भंडारा दो मार्च से यहां चल रहा है जो सात मार्च तक चलेगा।

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