वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने अमेरिकी जनता से कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो चीन और उसकी घातक आक्रामक प्रवृत्ति से लोहा ले सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जबतक वह अमेरिका और दुनिया में कोरोना वायरस के माध्यम से मौत और आर्थिक तबाही फैलाने को लेकर इस कम्युनिस्ट देश के विरूद्ध न्याय नहीं होता। पोम्पिओ मंगलवार को अपनी ही सलाह के विपरीत जा कर यह बात कही। साथ ही उन्होंने द्विदलीय राजनीति से अमेरिका के विदेश मंत्रियों को अलग रखे जाने की लंबी परंपरा को तोड़ दिया।
उन्होंने अमेरिकियों से अपील की यदि वे देश को सुरक्षित चाहते हैं तो वे राष्ट्रपति ट्रंप का फिर चुनाव करें। उन्होंने यरूशलम से रिपब्लिकन नेशनल सम्मेलन (आरएनसी) को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के लगभग हर हिस्से में साहसी पहल की है।पोम्पिओ ने हाल के समय में चीन द्वारा भारत के विरूद्ध एवं रणनीतिक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उठाये गये कदमों को लेकर ट्रंप प्रशासन की ओर से इस कम्युनिस्ट देश के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा, उन्होंने (ट्रंप ने)चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की घातक आक्रामक प्रवृति को चीन में बेनकाब कर दिया। राष्ट्रपति ने चीनी वायरस के मामले तथा अमेरिका एवं दुनिया में उसके कारण होने वाली मौत और आर्थिक तबाही फैलाने के लिए चीन की जिम्मेदार बताया है। वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक न्याय नहीं हो जाता।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह पक्का किया कि अमेरिका में राजनयिक के रूप में नजर आ रहे सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के जासूस या तो सलाखों के पीछे जाएं या स्वदेश लौटें। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने चीन के साथ विचित्र तरीके के अनुचित व्यापार व्यवस्था को समाप्त किया जिसके कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा।