लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये है कि ऐसी व्यवस्था बनायी जाए, जिसके तहत लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी व कानपुर नगर के सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों में एक दिन में 50 प्रतिशत कर्मी ही आएं। 50 प्रतिशत कर्मी घर से ही बैठकर कार्य करें। उन्होंने इस सम्बन्ध में रोस्टर बनाकर उसे लागू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि लखनऊ के बलरामपुर चिकित्सालय में 300 बेड का कोविड हॉस्पिटल संचालित किया जाए। एरा मेडिकल कॉलेज तथा टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज को पूरी तरह कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कन्ट्रोल रूम के माध्यम से सभी कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं को चेक किया जाए। चिकित्सालयों में आॅक्सीजन की आपूर्ति एवं उपलब्धता के सम्बन्ध में विशेष रूप से जानकारी प्राप्त की जाए। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रतिदिन 2 लाख कोरोना टेस्ट किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कुल टेस्ट में 1 लाख टेस्ट आरटीपीसीआर विधि से अवश्य किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि निगरानी समितियां पूरी तरह सक्रिय रहें।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने जनपदों में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में सभी सावधानियां बरती जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता व सेनिटाइजेशन का कार्य अभियान चलाकर किया जाए। इससे कोरोना के साथ-साथ डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तथा हवाई अड्डों पर लोगों की इन्फ्रारेड थमार्मीटर एवं पल्स आॅक्सीमीटर के माध्यम से स्क्रीनिंग के साथ-साथ आवश्यकतानुसार रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से जांच की व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ रहे। कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित आॅक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। एल-2 तथा एल-3 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में वेन्टिलेटर्स तथा हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) की व्यवस्था अवश्य रहे। उन्होंने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को कोविड-19 के दृष्टिगत बैठक बुला कर स्थिति की गहन समीक्षा करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुरादाबाद तथा सहारनपुर में प्राथमिकता के आधार पर लक्षित आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना वैक्सीन की वेस्टेज न्यूनतम स्तर पर रहे, किसी भी स्थिति में यह एक प्रतिशत से अधिक न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से लेकर 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. बीआर आंबेडकर की जयन्ती तक, ‘टीका उत्सव’ मनाए जाने का आहृवान किया है। इसके तहत पूरे प्रदेश में ‘टीका उत्सव’ आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के प्रति जागरूकता तथा कोरोना से सम्बन्धित अन्य आवश्यक विचार-विमर्श के उद्देश्य से राज्यपाल की उपस्थिति में 3 दिवसीय संवाद का विशेष कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है।
आगामी 11 अप्रैल को राज्यपाल और वे राजनीतिक दलों के अध्यक्षों तथा सदन के दलीय नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। 12 अप्रैल को राज्यपाल तथा वे स्वयं सभी महापौर एवं पार्षदों के साथ संवाद का विशेष कार्यक्रम होगा। इसी क्रम में आगामी 13 अप्रैल को राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री का धर्मगुरुओं के साथ संवाद होगा। उन्होंने अधिकारियों को इन आयोजनों के लिए सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।