संयुक्त राष्ट्र। यूरोपीय, अरब और इस्लामी देशों ने स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र तथा उसकी संस्थाओं के प्रति समर्थन मजबूत करने एवं लेबनान में बढ़ते संघर्ष एवं गाजा में युद्ध के बाद के भविष्य की तैयारी के लिए एक पहल शुरू की है। नॉर्वे के विदेश मंत्री ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईडे ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, पश्चिमी देशों, अरब देशों, ग्लोबल साउथ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इस बात को लेकर आम सहमति बन रही है कि हमें एक फलस्तीनी प्राधिकरण, एक फलस्तीन सरकार, एक फलस्तीनी राष्ट्र की स्थापना करने की आवश्यकता है और फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दी जानी चाहिए।
ईडे ने कहा कि कई मुद्दों पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है, जिनमें इजराइल और फलस्तीनियों के सुरक्षा संबंधी हित, दशकों के संघर्ष के बाद संबंधों को सामान्य करना एवं उन्हें मान्यता देना तथा एक सैन्य समूह के रूप में हमास का विघटन जैसे मुद्दे शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर काम में तेजी लाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर बृहस्पतिवार को लगभग 90 देशों ने एक बैठक में भाग लिया।
ईडे और सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने फलस्तीन राष्ट्र और द्विराष्ट्र समाधान के कार्यान्वयन के लिए वैश्विक गठबंधन करने के लिए सत्र की सह-अध्यक्षता की।नॉर्वे के विदेश मंत्री ईडे ने सभी देशों से सार्वभौमिक मान्यता प्रदान करने में योगदान देने और फलस्तीनी संस्थाओं को मजबूत करने का आग्रह किया ताकि वे वेस्ट बैंक के लोगों की उम्मीदों पर खरे उतर सकें और गाजा लौटने के लिए तैयार हों। उन्होंने कहा, हम एक फलस्तीन चाहते हैं, अलग-अलग फलस्तीन नहीं।