लखनऊ। देश आज 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। वर्ष 1999 में भारतीय सेना ने दुर्गम बर्फीली चोटियों पर दुश्मन के कब्जे को साहस और दृढ़ संकल्प से समाप्त कर ऐतिहासिक विजय हासिल की थी। यह दिवस न सिर्फ वीरता की गौरवगाथा है, बल्कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे हालिया अभियानों से इसकी गूंज आज भी महसूस की जाती है।
लखनऊ स्थित शहीद स्मृति वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजन भी उपस्थित रहे। सीएम योगी ने उनसे मुलाकात कर उनका सम्मान किया और कहा कि देश उनकी कुर्बानी को कभी नहीं भूलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, भारत माता की आन-बान-शान के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर सैनिकों ने भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखा है। कारगिल युद्ध पाकिस्तान द्वारा थोपा गया था, लेकिन भारतीय सेना ने अदम्य साहस दिखाकर आज ही के दिन दुश्मन को करारा जवाब दिया।
उन्होंने आगे कहा, उस समय अटल जी ने अमेरिका से साफ कहा था कि पाकिस्तान झुकेगा नहीं तो मारा जाएगा। कोई बातचीत तब तक नहीं होगी जब तक पाकिस्तान आत्मसमर्पण नहीं करता। अंत में पाकिस्तान को आत्मसमर्पण करना ही पड़ा। और आज ही के दिन अटल जी ने भारत की इस ऐतिहासिक विजय को ‘विजय दिवस’ के रूप में घोषित किया था।