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सीएम ने ने 155 करोड़ रुपये की लागत से 1,359 आंगनबाड़ी केन्द्रों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
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50 करोड़ रुपये की लागत से 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों का हुआ शिलान्यास
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2 लाख 90 हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से यूनिफॉर्म के लिए भेजी गयी 29 करोड़ की धनराशि
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गर्भवती महिलाओं की गोदभराई, बच्चों का अन्नप्राशन, कुपोषित से सुपोषित की श्रेणी में आये बच्चों के अभिभावकों को किया सम्मानित
विशेष संवाददाता लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि पोषण अभियान स्वस्थ और समर्थ भारत की नींव है। उन्होंने कहा कि राज्य में महिला स्वयंसेवी समूह आंगनबाड़ी केंद्रों तक आज पोषाहार पहुंचा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश ने लंबी छलांग लगाई है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को लोक भवन में राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर 155 करोड़ रुपये की लागत से 1,359 आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के उपरान्त आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इनमें 1,209 आंगनबाड़ी केन्द्रों का शिलान्यास तथा 150 आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने 50 करोड़ रुपये की लागत से 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने 2 लाख 90 हजार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से यूनिफॉर्म (साड़ी) के लिए 29 करोड़ रुपये की धनराशि का अन्तरण भी किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 3 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई तथा 3 बच्चों का अन्नप्राशन किया। उन्होंने सम्भव अभियान के तहत कुपोषित से सुपोषित की श्रेणी में आये बच्चों के अभिभावकों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा सहायिकाओं को यूनिफॉर्म (साड़ी) वितरित की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय पोषण माह में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों तथा तीव्र कुपोषित बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए चलाये जा रहे सम्भव अभियान पर आधारित 2 लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुपोषण से लड़ने के वास्ते व्यापक अभियान प्रारंभ करने के लिए पूरे देश को प्रेरित किया है। इस दिशा में विगत छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में काफी कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा, कि एक समय था जब इंसेफेलाइटिस से पूरे प्रदेश में प्रतिवर्ष 1200-1500 मौतें होती थीं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश इस बीमारी से खासा प्रभावित था। 1977 से लेकर 2017 तक यानी 30 वर्षों में प्रदेश में लगभग 50,000 बच्चे इस बीमारी की चपेट में आकर काल कवलित हो चुके थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हमने केंद्र सरकार के साथ 2018 में अन्तर्विभागीय समन्वय बनाकर इंसेफेलाइटिस के उन्मूलन का कार्य शुरू किया और आज पूरे प्रदेश से इंसेफेलाइटिस को समाप्त करने में हम सफल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में मातृ और शिशु मृत्यु दर में गिरावट आई है। ऐसा इसलिए संभव हो पाया क्योंकि माताओं और शिशुओं को पोषण आहार मिलना शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आंगनबाड़ी केंद्र, न्याय पंचायत और ब्लॉक स्तर पर स्वस्थ बालक और बालिका प्रतिस्पर्धा का आयोजन करेगी।
आदित्यनाथ ने कहा, आजादी के अमृत काल का यह प्रथम वर्ष है। भारत कई उपलब्धियों को लेकर के चल रहा है। हम सबको 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 यानी जब देश आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा, उस समय के लिए देश को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए हमें देश को स्वस्थ, साक्षर और समर्थ बनाना है।
कार्यक्रम में गोद भराई की रस्म भी निभाई गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप कुछ गर्भवती महिलाओं को उपहार में दवाएं और पौष्टिक खाद्य सामग्री भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के वर्ष 2015-16 स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ों की तुलना में वर्ष 2019-21 के आंकड़ों के अनुसार बच्चों में एनीमिया के स्तर में 5.1 प्रतिशत, स्टटिंग अर्थात बौनापन में 6.6 प्रतिशत, अल्पवजन में 7.4 प्रतिशत तथा सूखापन में 0.6 प्रतिशत का सुधार हुआ है। इसी प्रकार प्रदेश में किशोरी बालिकाओं में एनीमिया की स्थिति में राष्ट्रीय औसत की तुलना में अच्छा सुधार हुआ है। प्रदेश में शिशु मृत्यु दर तथा मातृत्व मृत्यु दर भी घटी है।
इस अवसर पर महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में शुरू किये जा रहे कार्यों से महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषित महिलाओं तथा बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए संकल्पित है। पोषण अभियान जनान्दोलन बना है। यह विभिन्न विभागों के अन्तरसमन्वय से आयोजित किया जा रहा है।
महिला कल्याणए बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों और सहायिकाओं के कन्धों पर भारत को आत्मनिर्भर बनाने तथा उत्तर प्रदेश को नम्बर वन बनाने की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चलाया जा रहा मिशन शक्ति अभियान महिला सशक्तिकरण का श्रेष्ठ माध्यम बना है। कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास बीना कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे।