- प्रदेश में मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हुई, 1505 मामले एक्टिव
- लखनऊ में एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया
- 57 जिलों से मिले 177 नये कोरोना पॉजिटिव मामले
लखनऊ(विशेष संवाददाता)। उत्तर प्रदेश में शनिवार को सबसे ज्यादा 177 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। ये मामले 57 जिलों से मिले हैं। अब प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1793 पहुंच गयी। इनमें 1505 मामले एक्टिव हैं। जिसमें 1040 मामले तब्लीगी जमात से हैं। हालांकि लखनऊ में शनिवार को एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला प्रकाश में नहीं आया है।
प्रदेश में शनिवार को एक और मौत होने के बाद प्रदेश में मृतकों की संख्या 27 पहुंच गयी है। लखनऊ में अब तक 204 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में एक्टिव केसेज (अभी भी संक्रमित मामलों) की संख्या 1505 है। कुल 261 लोग पूर्णतया उपचारित होकर घर जा चुके हैं जबकि 27 लोगों की मृत्यु हो गई है।
लखनऊ में शुक्रवार को कोरोना ने विकराल रूप दिखाया था। एक ही दिन में 19 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसमें दिल्ली के छह जमाती शामिल है। पीड़ितों में नौ माह का बच्चा भी है, जो प्रदेश का सबसे कम उम्र का पीड़ित है। हेल्थ टीम ने 285 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए थे। इन्हें जांच के लिए केजीएमयू भेजा। यहां लैब में हुई जांच के बाद 17 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई।
प्रसाद ने बताया कि मृतकों में अधिकांश लोग या तो अधिक उम्र के थे या फिर किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त थे। इसीलिए हम बार बार अनुरोध कर रहे हैं कि बुजुर्गों को संक्रमण से बचाना है। उन्होंने बताया कि वैसे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण का प्रतिशत पहले दस प्रतिशत से अधिक था जो अब घटकर 7.93 प्रतिशत रह गया है।
प्रसाद ने बताया कि कल 4115 नमूने जांच के लिए लिए गए। कुल 3719 नमूने लैब भेजे गए, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कि कहा कि अस्पतालों से जो संक्रमण हो रहा है, यह संक्रमण का बड़ा स्रोत निकल कर आ रहा है। कई जिलों में अस्पतालों से संक्रमण फैला है। प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल की पूरी तैयारी हो। उस क्रम में हम लोगों ने आज तय किया कि हर जिले में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल होगा और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि टीम में आईएमए के प्रतिनिधि, डाक्टर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल होंगे। कल तक समिति का गठन कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम के लिए मौके पर प्रशिक्षण दिया गया है। निजी अस्पतालों को भी जूम प्लेटफार्म पर ट्रेनिंग दी गई है।