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बेटियों पर बुरी नज़र डालने वालों के लिए यूपी में कोई जगह नहीं
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अपराधियों से कठोरता से निपटेगी पुलिस, उनकी दुर्गति तय
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चौराहों पर लगेंगी शोहदों और मनचलों के पोस्टर
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मुख्यमंत्री ने किया बलरामपुर से मिशन शक्ति अभियान का आगाज़
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है। जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है। यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं। प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी। इनकी दुर्गति तय है। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि अब पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत भर्ती बेटियों की होगी।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन के लिए शुरू किये गये ‘मिशन शक्ति’ अभियान का बलरामपुर में रिज़र्व पुलिस लाइन से आगाज़ किया। योगी ने शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि नारी ‘शक्ति’ की प्रतीक है। हमारी सनातन परंपरा में नारी पूजनीय है, वंदनीय है। नवरात्रि का अनुष्ठान इसी का द्योतक है।
पुलिस भर्ती में लड़कियों की भागेदारी के संबंध में योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले तीन सालो मे एक लाख सैतीस हजार पुलिस भर्ती के कार्यक्रम को सम्पन्न किया है। इससे पहले पुलिस मे महिलाओ के लिए आरक्षण की व्यवस्था नही थी। हम लोगो ने व्यवस्था किया कि प्रदेश मे पुलिस की जो भर्ती चल रही है उसमे कम से कम बीस प्रतिशत बालिकाए भर्ती हो। बालिकाए अपने पैरो पर स्वंय खडी होगी और समाज को सुरक्षा की गारंटी भी देंगी।
उन्होने कहा कि बालिकाओ ने सफलता पूर्वक अपने ट्रेनिंग को पूरा किया है। आज बहुत सी बालिकाएं सुरक्षा के क्षेत्र मे आगे आकर उत्तर प्रदेश पुलिस के माध्यम से महिला सुरक्षा के साथ साथ समाज की सुरक्षा मे भी अपना योगदान दे रही है। पिछले दिनों बलरामपुर में बालिका के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है।
उन्होंने कहा कि प्रदेशव्यापी मिशन शक्ति के पहले चरण में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करते हुए जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाएगा। दूसरे चरण में ‘ऑपरेशन शक्ति’ के तहत चिन्हित मनचलों, शोहदों की काउंसलिंग कराई जाएगी। इसके बाद भी अगर सुधार न हुआ तो जनसहयोग से ऐसे असामाजिक तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की कार्रवाई होगी। इनकी तस्वीर चौराहों पर लगेगी।
योगी ने कहा कि ज़रूरत है कि बदलते दौर में नयी पीढ़ी को अपनी सनातन संस्कृति की परंपरा का वाहक बनाएं, उनमें स्त्री के प्रति सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना का प्रसार करें। ‘मिशन शक्ति’ इसी दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने महिलाओं एवं बेटियों सुरक्षा व सम्मान की शुरुआत घर से होने की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह की सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार पूरी मजबूती से बेटियों के उत्थान के लिए से संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने खिलाफ होने वाली हिंसा या अपराध की शिकायत ज़रूर करें। आपके पास 1090, 1070, 189, 112 जैसी तमाम विकल्प हर समय उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तहत महिला हित में कार्य करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूची बद्ध करते हुए प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी। इस बार रामलीला के मंच और दुर्गा पंडाल भी महिला सशक्तिकरण का संदेश, हर जिले से 100 रोल मॉडल महिलाएं भी चुनी जाएंगी। योगी ने महिलाओं को उन्नति के लिए हर अवसर उपलब्ध कराने के आश्वासन देते हुए कहा कि महिला संबंधी अपराध कतई क्षम्य नहीं है। ऐसे प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होगी। अभियोजन की कार्यवाही पूरी तैयारी से होगी। जल्द से जल्द न्याय के लिए इनकी सुनवाई ज़रुरत के हिसाब से फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी।
योगी ने कहा कि महिलाओं की सुविधा और संवेदनशीलता के मद्देनज़र प्रदेश के सभी थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। यहां तैनात कर्मचारी भी महिला होगी। कार्यक्रम स्थल पर ‘मिशन शक्ति’ से जुड़े सभी विभागों की प्रदर्शनी लगायी गयी थी। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का लोकार्पण करते हुए सभी स्टालों का अवलोकन भी किया।