लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को धान खरीद कार्य को पूरी सक्रियता से चलाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि हर धान खरीद केंद्र के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाये। मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान को धान बिक्री के लिए इंतज़ार न करना पड़े, इसके लिए खरीद केंद्र पर काटों की संख्या बढ़ाई जाये। ज़रूरत का आकलन करते हुए अतिरिक्त धान खरीद केंद्र की स्थापना की जाये। उन्होंने किसानों को 72 घंटे में धान का मूल्य देने के निर्देश दिये हैं।
दूसरी तरफ, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए काम कर रही है। सरकार किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए कृतसंकल्प है। निरीक्षण में कमी पाये जाने पर खरीद केंद्रों पर कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री के स्तर पर लगातर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो और उन्हें धान, मूंगफली व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य ज़रूर मिले।
सहगल ने बताया कि मक्का और मूंगफली की खरीद पहली बार की जा रही है। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अंदर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे और खरीद केंद्र सुचारू रूप से कार्य करे। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की अधिकारियो या कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। धान खरीद केंद्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान खरीद केंद्रों पर जिलाधिकारी द्वारा लगातार सत्यापन, अनुश्रवण और आकस्मिक निरीक्षण करे।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अब तक किसानों से 425.85 लाख कुंतल धान की खरीद की जा चुकी है। अब तक किसानों से 6,52,016.60 कुंतल मक्का की खरीद की जा चुकी है। ज़रूरत के हिसाब से खरीद केंद्रों की संख्या भी बढ़ायी जाये। राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों की समस्या का निदान प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं।