स्टाकहोम। तंजानियाई लेखक अब्दुलरजाक गुरनाह को इस वर्ष के साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। स्वीडिश एकेडमी ने कहा कि उपनिवेशवाद के प्रभावों को बिना समझौता किये और करुणा के साथ समझने में उनके योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। जांजीबार में 1948 में जन्मे और इंग्लैंड में रहने वाले गुरनाह यूनिवर्सिटी आफ केंट में प्रोफेसर हैं। उनके उपन्यास पैराडाइज को 1994 में बुकर पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। उन्होंने कुल 10 उपन्यास लिखे हैं। साहित्य के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने उन्हें दुनिया के उत्तर-औपनिवेशिक काल के सर्व प्रतिष्ठित लेखकों में से एक बताया।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण पदक और एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग 11.4 लाख डॉलर राशि) प्रदान की जाएगी।
पिछले साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुइस ग्लुक को दिया गया था। गौरतलब है कि नोबेल समिति ने सोमवार को चिकित्सा के लिए, मंगलवार को भौतकी के लिए और बुधवार को लिए रसायनविज्ञान के लिए विजेताओं के नाम की घोषणा की थी।