सब हेडिंग–मजदूर धैर्य रखें, सरकार जल्द वापस लायेगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाये। प्रवासी श्रमिकों की प्रदेश में सकुशल वापसी तथा प्रदेश में रह रहे दूसरे राज्यों के मजदूरों की संबंधित राज्य में सकुशल वापसी के लिए बेहतर संवाद को आगे बढ़ाया जाए। राज्य सरकार सभी प्रवासी श्रमिकों की प्रदेश में सुरक्षित वापसी के लिए कार्य कर रही है।
इसके लिए संबंधित राज्य सरकारों से ऐसे प्रवासियों की सूची प्राप्त की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी अवैध रूप से प्रदेश में न आने पाये। मुख्यमंत्री अपील की है कि खुद के स्वास्थ्य और सुरक्षा के नाते कोई भी मजदूर पैदल, साइकिल या दोपहिया वाहन से अपने घर के लिए न निकले। धैर्य रखें, सरकार उन तक जल्दी ही पहुंचेगी।
सख्ती से लागू हो लॉकडाउन
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लोक भवन में उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि लॉकडाउन का पूरी सख्ती से पालन हो। सोशल डिस्टेंसिंग रहे तथा हॉटस्पॉट क्षेत्रों में स्वास्थ्य, सेनिटाइजेशन और डोर स्टेप डिलीवरी टीमों के अतिरिक्त कोई अन्य न जाने पाये। योगी ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर, आश्रय स्थलों पर स्वच्छता, सुरक्षा के जरूरी प्रबंध किये जायें।
उन्होंने निर्देश दिये कि दूसरे राज्यों से वापस आ रहे प्रवासी श्रमिकों की जिलेवार सूची संबंधित जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाये। कहा कि प्रदेश में कई राज्यों से आने वाले प्रवासी कामगारों/श्रमिकों कोे परिवहन निगम की बसों से उनके गृह जनपद पहुंचाया जाये। अब तक महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना आदि से प्रदेश के श्रमिकों को लेकर चलीं 79 ट्रेनें रास्ते में हैं। शनिवार तक ये अपने-अपने गंतव्य तक पहुंच जायेंगी। अब तक कई राज्यों से करीब 70 हजार श्रमिकों की वापसी हो चुकी है। कहा कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से गुणवत्तायुक्त एवं भरपेट भोजन की प्रभावी व्यवस्था की जाये।
विदेश से आने वालों की हो स्क्रीनिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जनपदों में जिलाधिकारियों को सहयोग देने के लिए आईएएस तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी नामित किये गये हैं। इनसे नियमित संवाद रखा जाये। योगी ने विदेश से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग कर क्वारंटाइन सेंटर में रखे जाने के निर्देश भी दिये। योगी ने कहा कि दूसरे राज्यों के यूपी में रह रहे प्रवासियों की संबंधित राज्य में वापसी के लिए भी राज्य सरकार कार्य कर रही हैं। अन्य राज्यों से प्रदेश वापस लौटने के इच्छुक लोगों तथा यहां से संबंधित राज्य को जाने के इच्छुक लोगों के लिए जन सुनवाई पोर्टल पर उपलब्ध करायी गयी पंजीयन व्यवस्था का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसे और प्रबहसवी बनाया जाये।
कोविड अस्पतालों में 48 हजार बेड
बैठक में अवगत कराया गया कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों की क्षमता का विस्तार करके शुक्रवार तक 48 हजार बेड की व्यवस्था की जा चुकी है। योगी ने पूर्व में ही 52 हजार बेड की व्यवस्था करने के निर्दश दिये थे। शनिवार तक 52 हजार बेड की व्यवस्था कर ली जायेगी। इसके अलावा, प्रत्येक जनपद में वेंटिलेटरयुक्त बेड की व्यवस्था •ाी हो चुकी है।
भूसा बैंक की स्थापना तेज हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गौवंश के संरक्षण के लिए स्थापित गौ आश्रय स्थलों में चारे की व्यवस्था के लिए भूसा बैंक के स्थापना कार्य को गति दी जाये। गौ आश्रय स्थलों में रोजगार की संभावनाएं हैं। इसलिए प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को रोजगार सुलभ कराने के लिए इन्हें गौ आश्रय स्थलों से जोड़ा जाये। उद्योग धंधों के सुगम संचालन के उद्देश्य से आवश्यकतानुसार सेक्टोरल नीतियों का सरलीकरण पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाये।