लखनऊ। सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू किए जाने से योगी सरकार पर तंज कसते हुए सवाल किए है कि नए-नए प्रयोग से अपराध कैसे कम होंगे? सिर्फ अधिकारियों की अदला बदली में व्यवस्था में बदलाव आने वाला नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री मंगलवार को विभिन्न अंचलो से आए खिलाड़ियों, नेताओं तथा प्रतिनिधिमण्डलों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के 3 वर्ष पूरे होते-होते अब तथाकथित सुधारात्मक कदम उठाए जाने का अर्थ तो यही हे कि अभी तक अपराधों पर नियंत्रण नहीं रहा। जनता पर लगातार अत्याचार हो रहा है। बलात्कार, हत्या, लूट और अपहरण की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। इस सबसे ध्यान भटकाने के लिए ही भाजपा ने अपना जाना पहचाना टोटका फिर अपनाया है।
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा को विकास से जाने क्यों एलर्जी है। भाजपा के पास या तो भविष्य का कोई विजन नहीं है या वह इसके लिए सक्षम ही नहीं है। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय किए गए कार्यों के प्रति भाजपा का उपेक्षापूर्ण रवैया और उनके कामों पर अपना ठप्पा लगाने का कारोबार उसकी घटिया मानसिकता का ही परिचायक है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आहृवान किया कि सभी लोग 2022 में समाजवादी सरकार बनाने और भाजपा सरकार को हटाने के लिए अभी से एकजुट हों। उन्होंने कहा भाजपा नफरत फैलाती है और भेदभाव की राजनीति करती है। उसने समाज को बांटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। अखिलेश यादव से वाराणसी के सदर तहसील के बार सोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों ने पूर्व महानगर अध्यक्ष इस्तकबाल कुरैशी के साथ भेंट की। इनमें कृष्णचंद्र, दूधनाथ मौर्य, संजय कुमार यादव, राजू बाल्मीकि, अजय श्रीवास्तव, राजीव कुमार गोस्वामी, राजेश कुमार यादव, रजनीश, जयंत, पंकज यादव, सौरभ यादव तथा शेखर विश्वकर्मा शामिल थे। पूर्व मुख्यमंत्री से कुछ खिलाड़ियों ने भी भेंट की। इसके अतिरिक्त विभिन्न जिलों के युवा नेता भी मिलने आए।