नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि भारत में मजबूत बुनियादी तत्व और बाजार का आकार निवेश बाजार को आकर्षित करना जारी रखेंगे। लोकसभा में गिरीश भालचंद्र बापट और राहुल शेवाले के प्रश्न के लिखित उत्तर में सीतारमण ने यह बात कही। उन्होंने विश्व निवेश रिपोर्ट 2021 का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2020 में भारत में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के प्रवाह में 25.4 फीसदी की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 64 अरब डॉलर पहुंच गया जो वर्ष 2019 में 51 अरब डॉलर था। एफडीआई प्राप्त करने के मामले में भारत वर्ष 2019 में आठवें स्थान से 2020 में पांचवे स्थान पर आ गया।
उन्होंने कहा कि नई ग्रीनफील्ड निवेश घोषणाओं के मूल्य में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 44 फीसदी और विकसित अर्थव्यवस्थाओं में 16 फीसदी तक की अपेक्षाकृत तीव्र गिरावट दर्ज की गई। वित्त मंत्री ने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि भारत में घोषित ग्रीनफील्ड परियोजनाएं 19 फीसदी तक सिकुड़ी जो विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 44 फीसदी तक गिरावट के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। सीतारमण ने कहा, ‘भारत का मजबूत बुनियादी तत्व और बाजार का आकार निवेश बाजार को आकर्षित करना जारी रखेंगे।’
इससे पहले उन्होंने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत में व्यापक स्तर पर सुधारों से देश, विदेशी निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है। उन्होंने हाल में घोषित प्रोत्साहन उपायों के साथ कोविड महामारी के दौरान उठाए गए राहत उपायों और सुधार कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सोच-विचार कर उठाए गए राहत और बचाव कार्यों तथा टीकाकरण अभियान में तेजी के साथ संक्रमण में तेजी से कमी आई।