लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शुक्रवार को ट्रेनी आईपीएस अधिकारियों से कहा कि महिलाओं एवं बच्चियों में असुरक्षा की भावना को खत्म करने का माहौल बनायें, जिससे कि बेटियां बेधड़क होकर कहीं आ जा सकें और माता-पिता को चिंता भी न रहे। व्यावहारिक ज्ञान व प्रशिक्षण आपको फील्ड में ही मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आप लोग गांव के बच्चों से मिलें और उन्हें मित्र बनायें। ये बच्चे गांव में होने वाली हर घटनाओं के बारे में आपको सूचित करते रहेंगे और आपके बड़े काम आयेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि जनता में मित्र की तरह होनी चाहिए। आप सदैव जनता के प्रति संवेदनशील रहें।
राज्यपाल ने राजभवन में भारतीय पुलिस सेवा के 72वें बैच के ट्रेनी अधिकारियों ने भेंट की। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) सुजान वीर सिंह और अपर पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) एसएन तरडे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आनंदीबेन पटेल ने अधिकारियों से कहा कि टीबी ग्रस्त बच्चों को खुद गोद लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। बच्चा जब ठीक होगा तो आपको भी संतुष्टि मिलेगी। इस बारे में जिलाधिकारी से समन्वय कर स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग भी ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र में बाल विवाह कतई न होने दें, क्योंकि यह एक सामाजिक बुराई है। एक सभ्य समाज के लिए इसका सभी को विरोध करना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को महसूस करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शिता से काम करें।