नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है: रघुवर दास

रांची। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को यहां कहा कि उनकी सरकार के साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में ही नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। आयुष्मान भारत के शुभारंभ के अवसर पर अपने संबोधन में दास ने आज दावा किया कि राज्य में नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है और यह भी कहा कि साढ़े तीन साल पहले झारखण्ड में नक्सलवाद चरम पर था, लेकिन आज हालत बदल गयी हैं, हमारी सरकार के महज साढ़े तीन वर्ष के शासन काल में केन्द्रीय बल और हमारे जवानों ने मिलकर पूरे राज्य से नक्सलवाद को समाप्त करने की दिशा में अंतिम पड़ाव पर हैं।

स्किल डेवलेपमेंट केन्द्र

दास ने कहा, पिछले 70 साल से पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की पिछड़े वर्ग की मांग को प्रधानमंत्री जी ने पूरा किया। दास ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के हर पिछड़े जिलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। देशभर में 115 आकांक्षी जिलों में झारखण्ड के 13 जिलों के विकास के लिए केन्द्र सरकार 33 करोड़ रूपए दे रही है ताकि वह भी विकसित जिलों की बराबरी में आ सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अब तक आदिवासी, दलित, पिछड़ों के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां ही सेंकी गईं। सत्तर साल तक आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक समझा गया, मोदी सरकार ने इन वर्गों की चिंता की औेर उनके विकास के लिए ज्यादा राशि दी गई। उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं के लिए स्किल डेवलेपमेंट केन्द्र खोलते हुए अतिरिक्त राशि दी गई। भारत के 70 साल के इतिहास में पहली बार देश किसी प्रधानमंत्री ने लाल किले से भगवान बिरसा मुण्डा की शहादत को याद किया।

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