मोहन सिंह बिष्ट सभागार, कुर्मांचल नगर में आयोजित
लखनऊ। संस्कृति सेवा समिति, लखनऊ के तत्वाधान में आयोजित तथा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से मां दुर्गा पर आधारित नृत्य नाटिका पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन मोहन सिंह बिष्ट सभागार, कुर्मांचल नगर, लखनऊ में आज आयोजित किया गया. जिसका उद्घाटन डॉ. ऋचा आर्य लेखिका एवं कथक नृत्यांगना, श्रीमती रेखा झा समान सेविका, एवं डॉ. सविता मौर्य एवं लोक गायिका हरीतिमा पंत मौजूद रही। भारतीय नृत्यों की विविधता के प्रचार पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय नृत्य के विभिन्न प्रकार नृत्यों का प्रचार और संरक्षण करना है जिससे कि लोगों को हमारी संस्कृति एवं परंपराओं से परिचित हो सकें।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में गणपति वन्दना एवं सरस्वती वन्दना की स्तुति लोक नृत्य, कथक एवं भरतनाट्यम की भव्य प्रस्तुति का मंचन, भारत की सांस्कृतिक विरासत में नृत्य की एक अनूठी पहचान है, यह विशेष प्रस्तुति भारतीय कला की इस समृद्ध परंपरा को कलाकारों ने मंच पर जीवित किया। जयन्ती मंगला काली देवी दुर्गा के सम्मान में एक प्रसिद्ध कपालिनी दुर्गा हिस्सा है। मंत्र ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली क्षा शिवा धात्री स्वाहा नमो स्तुते का हिस्सा है, जो देवी के विभिन्न रूपो का वर्णन करता है। नव दुर्गा माँ दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन किया गया। जिसमें शक्ति, साहस और आंतरिक परिवर्तन का प्रतीक है। इस नृत्य नाटिका में नौ दुर्गा का वर्णन के साथ साथ माहिषासुर नामक राक्षस पर माँ दुर्गा की विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत को दशार्ता है। डांडिया डांडिया नृत्य से देवी शक्ति और महिषासुर के बीच हुए नौ दिवसीय युद्ध और दुर्गा माँ की विजय के रूप में देखा जाता है। इस नृत्य के माध्यम से भारतीय संस्कृति की विविधता और उसकी जीवंत परंपराओं का सुंदर संगम देखने को मिला. इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय लोक संस्कृति के माध्यम से प्रेम, समर्पण और भक्ति के स्वरूपों को दर्शकों तक पहुंचाना है।
संस्था के सचिव हैप्पी घिल्डियाल ने कहा कि इस नृत्य के माध्यम से भारतीय संस्कृति की विविधता और उसकी जीवंत परंपराओ का सुन्दर संगम देखने को मिला, लोक कला के प्रति सम्मान और प्रेम की भावना जगा दी। कलाकार निर्देशन लवली घिल्डियाल, रीना श्रीवास्तव, मलखान सिंह, दीप्ति सिंह कुशवाहा, मनीषा यादव, रूची मिश्रा, अवंतिका आनंद चौधरी, आकृति कनौजिया, रिद्धिमा, वामिका, किंजल, स्तुति, आरोही, गार्गी, इरा, उन्नति, दीप्ति, लामिका, आरोही श्रीवास्तव एवं इशानी श्रीवास्तव। सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित कलाकार, अतिथि, दर्शकगण, संस्था के पदाधिकारी, कार्यकर्त्ता, प्रिंट मीडिया एवं सभी का हृदय से आभार, विशेष आभार संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार धन्यवाद ।