इस व्रत को रखने से दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है
लखनऊ। हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन शिव परिवार की आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को रखने से दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस व्रत से विवाहित महिलाओं के सौभाग्य में वृद्धि होती है, जबकि अविवाहित कन्याओं को उत्तम वर प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। इस बार की मासिक शिवरात्रि पर विशेष संयोगों बन रहे हैं। पंचांग के अनुसार इस वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 27 मार्च गुरुवार को रात 11:03 बजे से प्रारंभ होकर 28 मार्च, शुक्रवार को शाम 7:55 बजे तक रहेगी। इस दिन निशिता काल में पूजन का विशेष महत्व होने के कारण मासिक शिवरात्रि का पर्व 27 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस बार मासिक शिवरात्रि पर दो शुभ योग बन रहे हैं। सुबह 9:25 बजे तक साध्य योग रहेगा, जिसे सफलता व सिद्धि दिलाने वाला माना जाता है। इसके बाद शुभ योग प्रारंभ होगा, जो अगले दिन 28 मार्च को सुबह 5:57 बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके अलावा दिनभर शतभिषा नक्षत्र रहेगा, जो 12:34 बजे समाप्त होगा और इसके बाद पूर्व भाद्रपद नक्षत्र का प्रभाव शुरू होगा।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की उपासना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शिव कृपा से कष्टों, रोगों और दोषों का निवारण होता है। रात्रि में विशेष रूप से शिव मंत्रों का जाप करने से आध्यात्मिक लाभ मिलता है। साथ ही रुद्राभिषेक कराने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं।
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि का पूजन करने के लिए सबसे पहले सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें. घर के मंदिर की साफ-सफाई करें, दीप प्रज्वलित करें, शिवलिंग का गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद से अभिषेक करें। मां पार्वती और गणेश भगवान की पूजा करने का भी इस दिन विशेष महत्व होता हैं. पूजा के दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें, भगवान भोलेनाथ को उनका प्रिय भोग अर्पित करें। आप खीर या दूध की मिठाई उन्हें भोग स्वरूप अर्पित कर सकते हैं। भगवान भोलेनाथ का ध्यान करें. इस दिन व्रत कर रहे हैं तो सात्विक चीजों का सेवन करें और रात्रि जागरण कर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना सच्चे मन से करें।