नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह अपने आधिकारिक आवास पर सुबह की सैर और व्यायाम के दौरान मोर को दाना खिलाते दिख रहे हैं। एक मिनट और सैंतालिस सैकंड के एक इस वीडियो में प्रधानमंत्री के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित उनके आवास से कार्यालय तक टहलने की कुछ झलकियां भी शामिल हैं।
सूत्रों का कहना है कि सुबह की सैर के दौरान प्रधानमंत्री अक्सर मोरों के साथ समय व्यतीत करते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री का पर्यावरण से जुड़े मुद्दों से गहरा लगाव रहा है और इस विषय पर उन्होंने दो किताबें भी लिखी हैं। उनके मुताबिक अपने आवास पर प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में पाए जाने वाले कुछ ढांचे भी निर्मित करवाएं हैं ताकि पक्षी वहां अपना घोंसला बना सकें। वीडियो के साथ प्रधानमंत्री ने एक हिंदी कविता भोर भयो, बिन शोर, मन मोर, भयो विभोर भी साझा की।
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प्रधानमंत्री ने सबसे पहले अपने इंस्टाग्राम पेज पर यह वीडियो डाली और बाद में उन्होंने ट्वीटर पर भी इसे साझा किया। सूत्रों का कहना है कि पर्यावरण पर अपनी दृष्टि का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने जिन दो किताबों की रचना की है वे हैं कनवीनिएंट एक्शन: गुजरात्स रिस्पांस टू चैलेंजेस ऑफ क्लाइमेट चेंज और कनवीनिएंट एक्शन-कंटीन्यूटी फॉर चेंज उनकी एक अन्य पुस्तक का नाम है आंख आ धन्य छे। यह पुस्तक प्रकृति पर लिखी गई कविताओं का संकलन है।
मूल रूप से यह पुस्तक गुजराती भाषा लिखी गई है जिसका बाद में कई अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया। सूत्रों का कहना है कि जब दुनिया जलवायु परिवर्तन की बात कर रही थी तब मोदी ने जलवायु न्याय की चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को मानवीय मूल्यों से जोड़ा।
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने जलवायु परिवर्तन के अभिनव समाधान तैयार करने के लिए अलग जलवायु परिवर्तन विभाग बनाया। इस भावना को पेरिस में 2015 के सीओपी21 शिखर सम्मेलन में भी देखा गया था जहां मोदी ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सूत्रों ने बताया, प्रधानमंत्री ने अंर्ताष्ट्रीय सौर गठबंधन के शुभारंभ में अग्रणी भूमिका निभाई ताकि बेहतर भविष्य के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिल सके। प्रधानमंत्री मैन वर्सेज वाइल्ड शो में भी दिखे थे जिसमें प्रकृति के साथ रहने के भारतीय लोकाचार का उल्लेख है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र के चैंपियंस ऑफ अर्थ अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।