विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों के स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण मंत्रालयों के विशेषज्ञों और अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यहां संपन्न हुई तीन दिवसीय बैठक के दौरान बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सुधार के उपायों पर चर्चा की।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजिद ने कहा, आज हमारे क्षेत्र में 12.6 प्रतिशत लोग 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं। वर्ष 2030 तक यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 14 प्रतिशत हो जाएगा और 2050 तक यह 23.6 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। इस जनसांख्यिकीय बदलाव से निपटना एक चुनौती है।
वाजिद ने कहा कि बुजुर्ग व्यक्तियों का स्वास्थ्य जब बेहतर होगा तो वे कार्यबल में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह दशक आयु-अनुकूल वातावरण बनाने, एकीकृत देखभाल (आईसीओपीई) प्रदान करने तथा दीर्घकालिक देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित करने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, आइए हम एक-दूसरे से सीखें और अपने क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के स्वस्थ आयु दशक 2021-2030 के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए सहयोगी रणनीतियों का पता लगाएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक बयान में कहा गया कि बैठक में वृद्ध व्यक्तियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रणाली को मजबूत बनाने चर्चा की गई।