रविन्द्रालय में घोंघाबसन्त सम्मेलन का आयोजन
लखनऊ। घोंघाबसंत सम्मेलन विष्व का सबसे पुराना एवं अनूठा हास्य-आयोजन है, जो अखिल भारतीय सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं समाजसेवी संस्था रंगभारती द्वारा प्रतिवर्ष एक अप्रैल को रवीन्द्रालय, लखनऊ में हास्य-उत्सव के रूप में सम्पन्न होता है। घोंघाबसन्त सम्मेलन इस वर्ष भी पूरे उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। दीप-प्रज्ज्वलन के बाद मशहूर हास्य कलाकार राजेंद्र विश्वकर्मा हरिहर ने चुटकुलेबाज देवकीनंदन के साथ हास्य आइटमों की शुरूआत की। वरिष्ठ शास्त्रीय गायिका पद्मा गिडवानी ने सरस्वती-वंदना प्रस्तुत की। समारोह के आरंभ में रंगभारती के अध्यक्ष श्याम कुमार ने आगंतुकजनों का स्वागत किया। हंसी के धमाकों में लोगों ने हास्य-उत्सव का
जमकर आनन्द लिया। समारोह में मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक थे, जिन्होंने अपने सम्बोधन में इस बात की प्रशंसा की कि श्याम कुमार के नेतृत्व में रंगभारती ने अनेक नई-नई शुरूआतें कीं, जिनमें से एक प्रयोग घोंघाबसंत सम्मेलन है। वर्ष 1961 में इसे देश के पहले हास्य कविसम्मेलन के रूप में शुरू किया गया था। घोंघाबंसत सम्मेलन शीर्षक यह हास्य-उत्सव विगत 64 वर्षों से आयोजित हो रहा है तथा इसे विष्व का सबसे पुराना हास्य-आयोजन माना जाता है। देशभर में इस आयोजन की बहुत ख्याति है। आयोजन में विशेष अतिथि के रूप में ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक, महंत देव्यागिरि आदि भी उपस्थित थीं।
घोंघाबसन्त सम्मेलन में इन सुविख्यात हास्य-व्यंग्य कवियों ने अपनी रचनाओं से खूब मनोरंजन किया डॉ. सुरेश अवस्थी (कानपुर), समीर शुक्ल (फतेहपुर), कमलेष मौर्य ह्यमृदु (सीतापुर), अमित अनपढ़ (लखनऊ), अरविंद झा (लखनऊ), जमुना प्रसाद पांडेय अबोध (रायबरेली), निर्भय निष्छल (लखनऊ), संदीप अनुरागी (बाराबंकी), विनोद सिंह कलहंस (बलरामपुर), डॉ. ताराचंद तनहा (अयोध्या), राज बनारसी (वाराणसी), श्याम कुमार (लखनऊ) आदि।
बेढब बनारसी रंगभारती सम्मान रचनाकार डॉ. सुरेश अवस्थी को प्रदान किया गया। सूंड़ फैजाबादी रंगभारती सम्मान डॉ. ताराचंद तनहा को प्रदान किया गया। घोंघाबसंत सम्मेलन में कवियों को उपहार प्रदान किए गए जिसमें हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल की ओर से पत्तलों का जयमाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की ओर से गोबर के कंडे से बने जयमाल। लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी. की ओर से स्वास्थ्य लाभ हेतु टमाटर। लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल की ओर से राजमुकुट। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से लॉलीपॉप दिया गया। रंगभारती के अध्यक्ष श्याम कुमार इस बार किन्नर अखाड़े की नामांकित महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी की वेशभूषा में अपने कमांडो के साथ मंच पर आए और घोंघाबसंत सम्मेलन का उद्घाटन किया। सुविख्यात वरिष्ठ कलाकार राजेंद्र विश्वकर्मा हरिहर द्वारा श्याम कुमार का इटली के जूतों से बनी सुगन्धित माला पहनाकर अभिनन्दन किया गया। मूर्खरत्न का राष्ट्रीय सम्मान घोंघाबसन्त सम्मेलन में राष्ट्रीय शिखर सम्मान घोषित किया गया जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य, रामगोपाल यादव, जया बच्चन, लालू यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा। इस वर्ष का ढेंचू सम्मान अखिलेष यादव को दिया गया है। इस वर्ष भी कुम्भकर्ण सम्मान लखनऊ नगर निगम का अतिक्रमण उन्मूलन प्रभाग को दिया गया।