यूनिवर्सल बुकसेलर्स हजरतगंज में हुआ आयोजन
लखनऊ। पद्मश्री से सम्मानित लोक गायिका मालिनी अवस्थी की पहली पुस्तक चंदन किवाड़ का लोकार्पण व परिचर्चा मंगलवार को यूनिवर्सल बुकसेलर्स, हजरतगंज में किया गया। परिचर्चा में वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शुक्ल और स्वर्ण कमल से सुसज्जित लेखक और कवि यतीन्द्र मिश्र शामिल हुए।
इस मौके पर पं. हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि चन्दन किवाड़ पर टिप्पणी चन्दन किवाड़। कितना सुन्दर नाम है। जैसे हमारी गंगा जमुना से आती चन्दन की वही सुगन्ध जिसे मालिनी अवस्थी अपनी गायकी से देश परदेश में बिखेरती रहती है। दरअसल वे गाती नहीं, बल्कि उसे हर सम्भव जतन से जीती हैं। इन्होंने जीवन के जितने रंग देखें हैं, अभी तक उन्हें अपने संगीत में गाकर व्यक्त करती आयी हैं, अब उन्हीं भावों को किताब के रूप में लेकर आयी हैं। जीवन के अनुभवों के अनमोल मोतियों को करीब से देखना समझना हो तो आपको यह किताब पढ़नी चाहिए। यह किताब नहीं, एक कलाकार की अभिव्यक्ति है, जीवन की सुन्दर दस्तावेज है चन्दन किवाड़। मेरा आशीर्वाद सदा उनके साथ है।
पण्डित साजन मिश्र ने कहा कि ‘चन्दन किवाड़ पर टिप्पणी मेरी छोटी बहन श्रीमती मालिनी अवस्थी जी के गाने में इस समय गुरु की कृपा बरस रही है। हृदय को अपने गुरु और कला को समर्पित करके पूरी सच्चाई और ईमानदारी से गाने की मिसाल हैं मालिनी जी। शब्दों को जीना और अपने हर कार्यक्रम को एक यादगार पल बना देना मालिनी जी की विशेषता है, और अब ये विशेषता इस किताब चन्दन किवाड़ में एक संस्कार के स्वरूप में, उनके स्वर्णिम अक्षरों में भींज का मेरे हृदय की नजर से एक ऐतिहासिक ग्रन्थ बन गयी है।