लखनऊ। मड़ियांव थाना क्षेत्र के फैजुल्लागंज द्वितीय में सोमवार की सुबह 8 बजे दो प्लॉट पर बनी झुग्गी-झोपड़ियों में भीषण आग लग गई जिसमें सिलेंडर फटने लगे और इलाके में धुएं का गुबार फैल गया। आग इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग की सात गाड़ियों और SDRF की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कोई जनहानि नही हुई।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि आग लगने का कारण खाना बनाते बक्त सिलेंडर से आग लग गयी। मौके पर एसीपी अलीगंज ब्रिज नारायन सिंह, एडीएम (एफआर) राकेश कुमार सिंह व तहसीलदार शशांक नाथ उपाध्याय और मड़ियांव थाना प्रभारी शिवानंद मिश्र मुस्तैद रहे। नीरज मौर्य और राम प्रकाश मौर्य निवासी फैजुल्लागंज का श्याम विहारी कॉलोनी में तीन प्लाट है प्लाट में असम के रहने वालो को किराए पर दे रखा है जिसमे करीब 60 झुग्गी झोपड़ी बनाकर लगभग 250 लोग दो साल से रह रहे थे।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश ने बताया कि करीब 8.45 पर सूचना मिली कि फैजुल्लागंज में झुग्गी झोपड़ी में आग लग गई है। आग इतनी भीषण थी कि फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियों ने बड़ी मशक्कत के बाद 3 घण्टे में आग को बुझाया गया आग से कोई जनहानि नहीं हुई। आग में इन लोगो की झोपड़ी जलकर राख हो गई मो. दानिश पुत्र मो. अब्दुल बारिक, साबुर अली पुत्र शौहर अली, नूर मो0 पुत्र अकबर अली, मो. रहीम अली पुत्र सुकुर अली, चांद मोहम्मद पुत्र कुसुमुद्दीन, रफीकुल अली पुत्र सुकुर अली,रफीक मियां पुत्र अनीश मियां, लालचंद मियां पुत्र साहब अली, फूलचंद अली पुत्र समेश अली, अमरचंद अली पुत्र मो0 आफताब अली व वह लगभग 50 अन्य झोपड़ियां जिनके सारे घरेलू सामान फ्रिज,कूलर,कपड़ा,जेवर आदि पूर्ण रूप से जल कर राख हो गए ।
वही लालचंद मियां ने बताया कि हमने 40हजार नगद रखे थे गांव जाने के लिये वो भी जल गया।तथा पास में स्थित हरिराम पुत्र स्वर्गीय हीरा के मकान की दीवारें चटक गई थी छत पर लगे सोलर पैनल क्षतिग्रस्त हो गए थे। घटनास्थल पर कोई भी फंसा नहीं था। आग लगने पर सभी ने पहले ही भागकर जान बचा ली थी। ऐसे में हौज पाइप लगाकर चारों तरफ से दमकल कर्मियों ने घेरा और आग पर काबू पाना शुरू किया। इस दौरान सिलेंडर फटने लगे। इलाके में धुएं का गुबार फैल गया। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। सभी को घटनास्थल से दूर कर दिया गया। ताकि किसी को चोट न लगे। आग आसपास के मकान तक पहुंचने लगी।
सामान निकालने के लिए भी मौका नहीं मिला
झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने बताया कि आग लगने पर सामान निकालने लगे। तभी देखा कि आग इतनी तेज फैल रही थी, कि वहां खड़े भी नहीं हो सकते थे। किसी तरह बच्चों को लेकर बाहर की ओर भागी। सारा सामान जल गया। एक अन्य महिला ने बताया कि पति और बच्चे काम कर चले गए थे। अगर आग धीरे-धीरे फैलती तो सामान निकालने का मौका मिल सकता था।
संकरी गलियों में गाड़ियां घुसने में आई समस्या
सूचना मिलते ही मौके पर दमकल कर्मी पहुंचे। घटनास्थल पर पहुंचने के लिए दमकल कर्मियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इसके चलते दमकलकर्मी गाड़ी उतरे और गलियों में खड़ी गाड़ियों को हटाया और फिर गाड़ी अंदर पहुंची। फिर किसी तरह आग पर काबू पाया।
प्रशासन की टीम ने तैयार की लिस्ट
घटना के बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। झोपड़ियों में रहने वाले सभी लोगों का नाम नोट किया गया। सबका कितना नुकसान हुआ इसका पता लगाया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। उसी के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।