-बड़ी संख्या में आएंगे प्रवासी, रखी जाये विशेष सावधानी, सतर्कता
-मई अंत तक कोविड अस्पतालों में की जाये एक लाख बेड की व्यवस्था
-पैदल, साइकिल, बाइक से कोई भी व्यक्ति न आने पाये
-ग्राम पंचायतों, वार्डों में बनायीं जाये निगरानी समितियां
-मेडिकल इन्फेक्शन पर हो प्रभावी नियंत्रण, मंडियों से न फैले संक्रमण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को निर्देश दिए कि अगले 10 दिनों में बाहर से प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार व श्रमिक आएंगे, इसलिए हर स्तर पर विशेष सावधानी और सतर्कता बरतते हुए पूरी जवाबदेही के साथ कार्य किया जाए। उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर में साफ-सफाई के बेहतर प्रबन्ध के निर्देश दिए। कम्युनिटी किचन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी व सुदृढ़ बनाया जाए। होम क्वारंटीन के लिए घर भेजे जाने वाले प्रवासी कामगार व श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध करायी जाए। निराश्रित लोगों को राशन किट के साथ-साथ एक-एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि कोविड-19 के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष सजगता और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों में 20 मई तक 25,000 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि महीने के आखिर तक कोविड अस्पतालों में 01 लाख बेड उपलब्ध हो जाएं।
योगी ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी पैदल अथवा साइकिल या बाइक आदि से यात्रा न करें। ऐसे लोग जहां भी मिले उन्हें वहीं रोककर उनका नाम पता आदि सम्पूर्ण विवरण दर्ज करते हुए मेडिकल चेकअप के बाद उनके जिले में भेजने की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित कराया जाए कि ऐसे लोगों का क्वारंटीन सेन्टर में स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य किया जाए। उन्होंने प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के साथ हर स्तर पर सम्मानजनक व्यवहार किए जाने के निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि विभिन्न राज्यों से प्रदेश वापस आ रहे प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के लिए स्थापित क्वारंटीन सेन्टर, आश्रय स्थलों तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्थाओं में सम्बन्धित जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए सभी 75 जनपदों में आईएएस तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को नामित किया गया है। इन अधिकारियों को क्वारंटीन सेन्टर व आश्रय स्थल आदि पर स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों के समन्वय की जिम्मेदारी दी जाए।
प्रवासियों द्वारा होम क्वारंटाइन का पालन सुनिश्चित करने के लिए योगी ने सभी ग्राम पंचायतों और नगर निकायों के वॉर्डों में निगरानी समितियों का गठन करने के निर्देश दिए है। इन समितियों में नेहरू युवा केन्द्र, युवक मंगल दल, स्वच्छाग्रही, ग्राम चैकीदार आदि को सम्मिलित करते हुए व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। निगरानी समितियों के द्वारा यह सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें। अन्तर्राज्यीय और अन्तर्जनपदीय आवागमन को सुव्यवस्थित रखे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से न आने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को उनकी सहमति से उनके गृह प्रदेश भेजा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश से भेजे जाने वाले ऐसे प्रवासी श्रमिकों की जिलेवार सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश से नेपाल के जो लोग वापस जाना चाहते हैं, उनकी वापसी की व्यवस्था की जाए, और जो लोग यहां रुकना चाहते हैं, उनके लिए आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।
योगी ने कहा कि सभी कोविड एवं नॉन कोविड अस्पतालों के लिए अलग-अलग प्रभारी नामित किए जाएं। पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित सभी सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। डॉक्टरों सहित समस्त चिकित्साकर्मियों की संक्रमण से सुरक्षा सम्बन्धी ट्रेनिंग निरन्तर जारी रखी जाए। उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन पर प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित कराना आवश्यक है कि मण्डियों के माध्यम से संक्रमण का प्रसार किसी भी दशा में न होने पाए।