सोनाली सिंह और प्रकृति पांडेय ने सांत्वना पुरस्कार
लखनऊ। हमारे देश में तीज त्यौहार और उत्सव में रंगोली बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है। दिवाली पर रंग रोगन के साथ रंगोली भी बनाई जाती है । पर आज के बदलते परिवेश में हांथ से बनाई जाने वाली रंगोली को जगह बाजारों में बिकने वाली प्रिंटेड रंगोली का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। बच्चों में अपनी कला और संस्कृति के प्रति रुचि पैदा हो इसके लिए सुरभि कल्चरल ग्रुप द्वारा आॅनलाइन मेरी दीपावली रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार मंगलवार दो दिवसीय किया गया, जिसमें बच्चों ने चावल, सिंदूर, रोली, हल्दी सूखे आटे और फूलों से रंगोली बनाकर बढ़ चढ़ हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में शहर के विभिन्न स्थानों से 60 से अधिक बच्चों ने रंगोली बनाकर भेजी।
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जूनियर ग्रुप में कृतिका मिश्रा प्रथम, खुशप्रीत कौर द्वितीय, अनाया शर्मा तृतीय, कनक गोंड और रुद्राक्ष सिंह ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। जूनियर ग्रुप में तेजस्वी श्रीवास्तव प्रथम, अराध्या यादव द्वितीय, आराधना तृतीय, उन्नति श्री और प्रज्ञा प्रजापति ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। सीनियर ग्रुप में समृद्धि प्रकाश प्रथम रूबी शर्मा द्वितीय विरांगी श्रीवास्तव तृतीय, सोनाली सिंह और प्रकृति पांडेय ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। प्रतियोगिता निर्णायक मंडल में युवा पत्रकार वृंदा श्रीवास्तव और चित्रकार अश्वनी प्रजापति रहें। कार्यक्रम के संयोजक संस्था के सचिव शैलेंद्र सक्सेना रहें।