लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र कल्याण के अधिष्ठाता प्रॉफ़सर पूनम टंडन के तत्वावधान में विश्वविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों में वैश्विक करोना वायरस महामारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा किया गया।
अपने उद्बोधन भाषण में प्रोफेसर राय ने इस संकटकाल में लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा किए गए विभिन्न इनीशिएटिव्स की जानकारी दी। तत्पश्चात प्रोफेसर पूनम टंडन इस सेमिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला पहला लेक्चर जीव रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुधीर मेहरोत्रा द्वारा दिया गया। उन्होंने वैश्विक करोना वायरस महामारी के संक्रमण के तरीके, इससे बचाव के उपाय, इस बीमारी के लक्षण तथा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इस बीमारी के संक्रमण की विस्तृत जानकारी दी।
दूसरा लेक्चर विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की प्रोफेसर मनीषा बनर्जी द्वारा दिया गया। उन्होंने विस्तार पूर्वक करोना वायरस की संरचना, इसकी मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, जेनेटिक्स तथा मानव कोशिकाओं में किस प्रकार इसका संक्रमण फैलता है, इन विषयों पर बात की। साथ ही साथ उन्होंने पूरे विश्व में इस बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बनाने पर चल रहे शोध तथा विभिन्न प्रकार के इलाज पर प्रकाश डाला।
इन दोनों व्याख्यानों के अंत में वेबीनार में भाग लेने वाले छात्र छात्राओं ने दोनों विशेषज्ञों से सवाल किए जिससे पता चलता है कि यह वेबीनार अपने उद्देश्य की पूर्ति में सफल रहा। आखरी व्याख्यान मैथमेटिक्स एवं एस्ट्रोनॉमी डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अलका मिश्रा द्वारा वायरस महामारी के कारण मनुष्य को कौन-कौन सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है इस पर विस्तृत प्रकाश डाला।
उन्होंने इस महामारी के सामाजिक तथा वाणिज्यिक दुष्प्रभाव के बारे में बताया और कहा कि लॉक डाउन पीरियड में सभी की मानसिक हेल्थ प्रभावित होती है तथा नकारात्मकता की भावनाएं आती हैं, इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि इस कठिन समय में हम सभी लोग पॉजिटिविटी बनाए रखें। अंत में प्रोफ़ेसर पूनम टंडन ने सभी वक्ताओं के प्रति अपना आभार प्रकट किया।