वॉशिंगटन। कोरोना वायरस अब दुनिया के लगभग सभी देशों तक पहुंच चुका है। गुरुवार सुबह तक कुल 176 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। अब तक 9,276 लोगों की मौत और 2 लाख 25 हजार 252 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। 85,745 मरीज ठीक भी हुए हैं।
ईरान में गुरुवार को वायरस से एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई। देश के बाहर किसी भारतीय की यह पहली मौत है। 24 घंटे के भीतर ईरान में 149 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 10 में 8 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। यहां एक दिन में स्पेन में 129 लोगों की मौत हुई है।
मैड्रिड क्षेत्र की अध्यक्ष ईजाबेल डियाज ने बताया कि यह वायरस तेजी से लगभग पूरे क्षेत्र में फैल गया है। हर 24 से 48 घंटे के बीच एक मरीज की मौत हो रही है। हालात बहुत भयावह हैं। अस्पताल में सभी बेड भरे हुए हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या पर उन्हें क्वारैंटाइन करना मुश्किल हो रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार जल्द ही आपातकालीन बजट ला सकती है। वॉशिंगटन के सबसे बड़े फुटबॉल मैदान को हॉस्पिटल में तब्दील किया जा रहा है। यहां जल्द ही अंतिम संस्कारों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की जा सकती है। इसका मकसद भीड़ जुटने से रोकना है। वहीं, मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया में 2 मार्च को पहला केस सामने आया। इसके बाद केवल दो हफ्तों में संक्रमण का मामला 227 हो गया है, जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है। बहुत से लोगों का मानना है कि वास्तविक आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है।
सरकार ने देश में आंशिक रूप से लॉकडाउन लगा दिया है। लोगों को घरों से ही काम करने, पढ़ने के लिए कहा गया है। रूस में कोरोनावायरस से गुरुवार को 79 साल की महिला की मौत हो गई। महामारी से देश में यह पहली मौत है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि उसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थ। उसके परिवार को निगरानी में रखा गया है। पिछले हफ्ते से अब तक रूस में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। यहां संक्रमण के 147 मामले सामने आ चुके हैं। यहां मरीजों के लिए 500 बेड का एक अस्पताल बनाया जा रहा है, जो अगले महीने तक तैयार हो जाएगा।