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करवा चौथ : सास को सरगी देने से मिलेगा अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद

लखनऊ। उत्तर भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में से करवा चौथ प्रमुख त्योहार है । करवाचौथ के दिन विवाहित स्त्रियां पूरा दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं। धार्मिक मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत करने से पति की उम्र बढ़ती है और वैवाहिक जीवन भी मधुर होता है। करवा चौथ के दिन भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिक जी के साथ करवा माता और चंद्रमा की पूजा की जाती है। चंद्रमा को अर्घ्य दिए बिना करवा चौथ का व्रत नहीं टूटता। साथ ही करवा चौथ के दिन अपनी सास को ये चीजें गिफ्ट करना भी शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप अपनी सास को ये चीजें देते हैं तो आपको अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है।

करवा चौथ पर सास को दें ये उपहार
करवा चौथ की शुरूआत लगभग सरगी से होती है। सरगी सूर्योदय के समय ब्रह्म मुहूर्त में खाई जाती है। सास अपनी बहू को सरगी देती है। सरगी में मिठाई, सेवइयां, सूखे मेवे और फल परोसे जाते हैं। इसके अलावा सरगी में शादी का सामान उपहार में देने की भी परंपरा है। यह दुल्हन को अपनी सास को कुछ देने का भी विधान है। करवा चौथ के दिन दुल्हन को अपनी सास को ये चीजें देकर आशीर्वाद लेना चाहिए। आपको बता दें कि करवा चौथ के दिन पूजा के लिए मिट्टी के करवे का इस्तेमाल किया जाता है। मिट्टी के करवा के अलावा मीठा करवा भी होता है, जिसे खांड करवा भी कहा जाता है। मीठी करवा में सूखे मेवे भी होते हैं। करवा चौथ के दिन सास को शगुन के तौर पर मीठा करवा, कपड़े, शादी का सामान और कुछ पैसे उपहार में दिए जाते हैं।
इसके अलावा, दुल्हनें करवा चौथ के दिन अपनी सास को पायल, हार और कंगना जैसे सोने और चांदी के गहने उपहार में दे सकती हैं। यह सब अपनी सास को उपहार में देना बहुत शुभ माना जाता है। सास को चूड़ियाँ, बिंदी, मेंहदी, काजल आदि सौंदर्य प्रसाधन उपहार में देना भी बहुत सुखद माना जाता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की पूजा समाप्त होने के बाद अपनी सास को ये सब चीजें सौंप दें। कहा जाता है कि ऐसा करने से आपको अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलेगा

शुभ मुहूर्त
इस साल करवा चौथ पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 20 अक्तूबर 2024 की शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा। ये मुहूर्त शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहने वाला है। इस दौरान आप विधि विधान से करवा माता की आराधना और कथा सुन सकते हैं।

शुभ योग

पंचांग के अनुसार इस वर्ष करवा चौथ के दिन कृत्तिका नक्षत्र और व्यतीपात योग का निर्माण हो रहा है। साथ ही विष्टि, बव और बालव करण बन रहे हैं। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा। इस दौरान राहुकाल का समय शाम 16:20-17:45 बजे तक है। वहीं अभिजित मुहूर्त सुबह-11:43-12:28 बजे तक रहेगा।

करवा चौथ पर 3 ग्रहों का होगा शुभ प्रभाव
लखनऊ। अखंड सौभाग्य का वरदान पाने के लिए महिलाएं हर साल करवा चौथ का व्रत रखती हैं। करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने सुहाग की दीघार्यु और सुखी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ के दिन संध्या पूजन किया जाता है। इस दिन करवा माता व चंद्र देव की आराधना की जाती है।

करवा चौथ पर 3 ग्रहों का शुभ प्रभाव:
इस साल करवा चौथ पर ग्रहों का महायोग है। ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभात मिश्र के अनुसार, शनि कुंभ राशि में, गुरु वृष राशि में और शुक्र वृश्चिक राशि में हैं। तीनों ग्रहों के शुभ प्रभाव से कई अच्छे संयोग बन रहे हैं। पति के भाग्योदय होंगे और बिगड़े काम बनेंगे।

पूजा का मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक रविवार का दिन होने की वजह से व्रती महिलाओं को गणेश भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होगा। बताया कि इस बार रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा। वहीं, पूजन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 07:5 से लेकर 08:48 तक रहेगा।

चांद कब निलेगा:
पंडित जी के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर, रविवार की संध्या 07 बजकर 57 मिनट पर चांद निकलने का समय है। महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। दोपहर में घर में पूजा करती हैं। मिट्टी की छोटी कुलड़ी में चीनी भरकर पूजा का शृंगार सजाती हैं। रात में चलनी में चांद और पति को देखकर जल ग्रहण करती हैं। इस दिन सुहागन घरों में पूजा में भोग लगाने के लिए तरह-तरह के व्यंजन तैयार करती हैं।

करवा चौथ पूजा सामग्री:
मिट्टी या तांबे का करवा और ढक्कन, पान, सींक, कलश, अक्षत, चंदन, फल, पीली मिट्टी, फूल, हल्दी, लकड़ी का आसान, देसी घी,कच्चा, दूध, दही, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, मौली, मिठाई, चलनी या चलनी आदि।

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