40 लोगों की मौत, दर्जनों घायल, सभी उड़ानें रद
काबुल। बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर कुछ ही मिनटों में लगातार दो धमाके हुए हैं। रूसी मीडिया स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 40 लोगों के मारे जाने की सूचना है। विस्फोट में तीन अमेरिकी सैनिकों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, एयरपोर्ट के पास बैरन होटल के पास धमाका हुआ है। सुरक्षा के लिए काबुल एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद कर दी गई हैं। सभी विमानों को नाटो की सेना ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। उधर, अमेरिकी मीडिया ग्रुप ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि तालिबान ने पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई और विपक्ष के पूर्व मुखिया अब्दुल्ला-अब्दुल्ला से सारी सुरक्षाएं छीन ली हैं और उन्हें घर में नजरबंद कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को हमले की जानकारी दे दी गई है। एयरपोर्ट पर लगातार फायरिंग की भी सूचना मिल रही है। एक अधिकारी ने कहा कि इस घटना में कई अफगानी मारे गए हैं और कई घायल भी हैं। पेंटागन ने भी फिदायीन हमले की पुष्टि की है। हमले के पीछे आतंकी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने की बात सामने आई है। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट के ऐबी गेट के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने इस घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि हमलावर फायरिंग करते हुए आया और उसने खुद को बम से उड़ा लिया। एयरपोर्ट के इस गेट पर ब्रिटेन के सैनिक तैनात रहते हैं। वहीं, दूसरा आत्मघाती हमला एयरपोर्ट के सामने मौजूद होटल के बाहर हुआ। बता दें कि इस आत्मघाती हमले से कुछ देर पहले काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले इटली के एक विमान पर भी फायरिंग हुई थी। इस विमान में 100 अफगानी शरणार्थी सवार थे। इससे पहले तालिबान ने अमेरिका को चेताया था कि 31 अगस्त तक वह किसी भी हाल में वह देश छोड़ दे। अमेरिका ने भी तय समय सीमा में देश से सेना हटाने की बात कही थी। हालांकि आज ही व्हाइट हाउस ने 31 के बाद भी जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू आॅपरेशन चलाए जाने का ऐलान किया था। काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। बता दें कि इसके पूर्व ही अमेरिका, आस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने आज ही काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा था कि वे फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं





