समापन दिवस पर दिखाई जाएंगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्में
लखनऊ। आज कबीर फेस्टिवल के तीसरे दिन युवाओं और दर्शकों ने 2023 को याद करते हुए 23 मीटर लंबे कैनवास पर और खादी हैंड मेड कार्ड्स पर अमन मुहब्बत और बराबरी और खेल के महत्व के साथ भारत की जीत से जुड़े मैसेजेस व कविताएं लिखीं।
आज का पूरा कार्यक्रम विश्वकप और खेल भावना को ध्यान में रखा गया था, इस मौके पर संगीत नाटक अकादमी में मैच को दिखाने के लिए एक बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई थी। आयोजकों ने बताया कि खेलों का जन्म और विकास मनुष्यों की भीतरी ऊर्जा को हिंसा और युद्ध से दूर रखने और खेलों में टीम वर्क, ऊर्जा एजोश को उपयोग करने के लिए ही हुआ था।
बच्चों एयुवाओं या वृद्ध सभी जितना ज्यादा खेल कला साहित्य संगीत और कलाओं में शामिल होंगे उतना ही समाज में हिंसा और वैमनस्य खत्म होता है और सद्भाव बढ़ता है इसीलिए पूरी दुनिया में कला और खेल को बहुत बढ़ावा दिया जाता है। 21 नवंबर को समापन दिवस है। उस दिन एक दिवसीय फिल्म फेस्टिवल रखा गया है और क्लोजिंग के लिए नजीर अकबराबादी की रचनाओं को गाने वाले नाट्य बैंड को बुलाया गया है ।