लखनऊ। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो गया है। काम की व्यस्तता और तनाव के कारण हम अपने शरीर और दिमाग को सही आराम और ध्यान नहीं दे पाते। ऐसे में योग हमारे लिए एक बहुत बड़ा सहारा बनकर आता है। योग न सिर्फ हमारे शरीर को फिट रखता है बल्कि मन को भी शांत और सुकून देने में मदद करता है। इस वजह से हर साल 21 जून को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोग योग के फायदे जानने और अपनाने की कोशिश करते हैं। 2025 में यह दिन अपना 11वां साल मना रहा है।
शहर के 380 पार्कों में होगा योग कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को नगर निगम शहर के 380 पार्कों में सुबह 6 बजे से योग कार्यक्रम कराएगा। मुख्य कार्यक्रम नगर निगम मुख्यालय के सामने झंडी पार्क में महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में होगा। यहां दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहभागिता वाले योग कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी दिखाया जाएगा। इसके लिए एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। सभी आठ जोन के मुख्य 8 पार्कों में जोनल अधिकारी योग कार्यक्रम में तैनात रहेंगे। इसके अलावा अन्य पार्कों में नगर निगम के राजस्व निरीक्षक, सुपरवाइजर आदि की ड्यूटी लगाई जाएगी। अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने बताया कि आयोजन की तैयारियां की जा रही हैं। पार्षदों को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और बैनर आदि लगाए जाएंगे। कई पार्कों में योग कराने के लिए प्रशिक्षक भी मौजूद रहेंगे।
योग दिवस 2025 की थीम
हर साल योग दिवस एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल की थीम है एक पृथ्वी और एक स्वास्थ्य के लिए योग। इस थीम का मतलब है कि हम सबकी सेहत इस धरती के स्वास्थ्य से जुड़ी है। जब धरती स्वस्थ होगी, तो इंसान भी स्वस्थ रहेंगे। योग इस कड़ी को मजबूत करने में मदद करता है।
योग दिवस कब मनाया जाता है?
हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को इसलिए चुना गया है क्योंकि यह साल का सबसे लंबा दिन होता है। इसे गर्मी का संक्रांति भी कहते हैं। इस दिन सूर्य की किरणें ज्यादा समय तक रहती हैं, जो एनर्जी और जीवन शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए योग के लिए 21 जून का दिन बहुत खास है। लोग इस दिन योग के माध्यम से अपने शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ बनाने का संकल्प लेते हैं।
योग दिवस क्यों मनाया जाता है?
योग दिवस मनाने का मकसद लोगों को योग के फायदों से परिचित कराना है। आज के दौर में जहां लाइफ स्टाइल बदल गई है, वहां शरीर और दिमाग पर तनाव भी बढ़ गया है। योग इन सभी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इससे शारीरिक बीमारियां दूर होती हैं और मानसिक संतुलन भी बना रहता है। इसलिए विश्व स्तर पर योग दिवस मनाकर योग की अहमियत को बढ़ावा दिया जाता है, इसके साथ ही यह दिन दुनिया को एक साथ लाने और स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने का संदेश भी देता है।
योग दिवस का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत 2014 में हुई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में रखा था। उस साल दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र ने इसे मंजूरी दे दी। इसके बाद पहला योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसमें दुनिया के कई देशों के लाखों लोग शामिल हुए। तब से हर साल यह दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन योग के अभ्यास, सेमिनार और कार्यक्रम होते हैं, जिनका मकसद लोगों को स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर प्रेरित करना होता है।
योग के फायदे
योग हमारे शरीर को लचीला, मजबूत और स्वस्थ बनाता है। इसके नियमित अभ्यास से हृदय संबंधी रोग, मोटापा, तनाव, चिंता और कई दूसरी बीमारियां दूर रहती हैं। योग मन को शांत करता है और सोचने-समझने की शक्ति बढ़ाता है, साथ ही यह नींद को बेहतर बनाता है और शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। इसीलिए योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक स्वस्थ लाइफ स्टाइल है।