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एमएसएमई को दिये लोन से पैदा हुए 20 लाख नये रोज़गार
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इस साल लगभग 80 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने का लक्ष्य
लखनऊ। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से संचालित हो रही है। एमएसएमई इकाईयों के माध्यम से भी रोजगार सृजन की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहले से संचालित 4.35 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 10,727 करोड रुपये के लोन स्वीेकृत कर वितरित किये गये हैं।
सहगल ने यहां लोक भवन में पत्रकार वार्ता में बताया कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार व स्वरोजगार सृजन अभियान में इस वित्तीय वर्ष में 14 मई से आज तक 5.40 लाख नयी एमएसएमई इकाईयों को 15,246 करोड़ रुपये का लोन वितरण किया गया है। इससे प्रदेश में 20 लाख नये रोजगार पैदा हुए हैं।
उन्होंने बताया कि रोजगार के नये-नये अवसर पैदा हों इस दिशा में सरकार प्रयास कर रही है। सरकार का इस साल 20 लाख एमएसएमई इकाईयों को लोन देने का लक्ष्य है, जिसके माध्यम से लगभग 80 लाख रोजगार के अवसर पैदा किये जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31,000 नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये हैं।
सहगल ने शनिवार को बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर घट रही है और रिकवरी रेट बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कई देशों में यह तथ्य सामने आ रहे हैं कि संक्रमण के मामले घटने के बाद दोबारा बढ़ गये हैं। ऐसी स्थिति प्रदेश में न आये इसके लिए और ज़्यादा सर्तक और सावधान रहने की ज़रूरत है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में मौजूदा समय में 4000 धान क्रय केंद्र स्थापित हैं, जो पिछले साल इस अवधि में स्थापित क्रय केंद्रों से 1000 क्रय केंद्रों से ज़्यादा हैं। अब तक प्रदेश में 75,779.73 मीट्रिक टन धान की खरीद सुनिश्चित की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में धान की खरीद 6802.98 एमटी की गयी थी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन व हाॅटस्पाॅट जोन में लगातार गिरावट आ रही है। मौजूदा समय में प्रदेश में 13,005 हाॅटस्पाॅट एरिया तथा 12,976 कन्टेनमेंट जोन है।