back to top

भारत को अतीत से मिली चुनौतियों में सिर्फ वृद्धि ही हुई है : थल सेना प्रमुख

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख विवाद का जिक्र करते हुए थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे ने गुरुवार को कहा कि उत्तरी सीमांत पर स्थिति ने हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में भारत के समक्ष पेश आ रही चुनौतियों की प्रकृति को रेखांकित किया है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि अतीत से मिली चुनौतियों में सिर्फ वृद्धि ही हुई है। सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय थल सेना तैयारी करना और भविष्य के लिहाज से खुद को अनुकूल बनाना जारी रखेगी।

भारत की अशांत सीमाओं पर ये चुनौतियां कहीं अधिक करीबी, वास्तविक और खतरनाक हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने एक प्रमुख सैन्य विद्वान मंडल (थिंक टैंक) सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए यह बात कही। गौरतलब है कि पिछले नौ महीनों से हजारों की संख्या में भारत और चीन के सैनिक पूर्वी लद्दाख में तैनात हैं। वहां मौजूद गतिरोध ने दोनों देशों के संपूर्ण सबंधों में तनाव पैदा कर दिया है।

इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद में कहा कि पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सेनाओं को पीछे हटाए जाने को लेकर भारत और चीन के बीच सहमति बन गई है। जनरल नरवणे ने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर चल रहे घटनाक्रमों को लेकर सशस्त्र बलों को देश की क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता की रक्षा करने के साथ अनसुलझे सीमा विवाद और उसके परिणामस्वरूप पैदा हुई चुनौतियों की प्रकृति से अवगत रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, नि:संदेह नए खतरे भी हैं, लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि अतीत से मिली चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं। बल्कि, उनके आकार और तीव्रता में वृद्घि ही हुई है। उन्होंने चीन से लगी 3,500 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का संभवत: जिक्र करते हुए कहा, भारतीय थल सेना तैयारी करना और भविष्य के लिहाज से खुद को अनुकूल बनाना जारी रखेगी, वहीं हमारी अशांत सीमाओं पर कहीं अधिक करीबी, वास्तविक और वर्तमान खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि भारतीय थल सेना भविष्य में भी युद्घ जीतने के लिए क्रमिक रूप से अपनी ताकत को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य के खतरों पर विचार करते हुए थल सेना मल्टी डोमेन ऑपरेशंस पर भी ध्यान दे रही है।

RELATED ARTICLES

इंग्लैंड के स्पिनरों ने न्यूजीलैंड को 168 रन पर समेटा, सोफी डिवाइन के वनडे करियर का अंत

विशाखापत्तनम। इंग्लैंड की स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रविवार को यहां महिला विश्व कप के मुकाबले में न्यूजीलैंड को 168 रन पर आउट...

स्वास्थ्य संस्थानों की प्राथमिकता सामाजिक उत्तरदायित्व कानिर्वहन होनी चाहिए : राष्ट्रपति

गाजियाबाद । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में यशोदा मेडिसिटी का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान...

स्वस्थ भारत ही विकसित भारत की आधारशिला : राजनाथ सिंह

गाजियाबाद । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यहां आयोजित यशोदा मेडिसिटी के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।...

छठ पूजा : जोड़े-जोड़े फलवा, सुरुज देव घटवा पे तीवई चढ़ावेले हो…

डूबते सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अर्घ्य, लखनऊ के घाटों पर उमड़ा आस्था का जन सैलाब, सीएम योगी ने भी दिया अर्घ्य लखनऊ। जोड़े-जोड़े...

ऋषि का सद्साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है : उमानन्द शर्मा

451वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना सम्पन्नलखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत टीआरसी महाविद्यालय डिपार्टमेंट आॅफ...

उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को मिला भोजपुरी गौरव सम्मान

मुख्य अतिथि के रूप में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री रहे मौजूदलखनऊ। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय के नेतृत्व में 41वां छठ...

व्रतियों ने किया खरना, आज डूबते सूर्य को दिया जायेगा अर्घ्य

छठ पूजा : 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू, घरों व घाटों पर तैयारियां पूरी, बाजारों में खूब दिखी रौनकलखनऊ। आस्था और विश्वास के...

श्रद्धा व सत्कार से मनाया गया बाबा बुड्ढा साहब जी का जोड़ मेला

विशेष दीवान का आयोजन किया गयालखनऊ। टिकैत राय तालाब स्थित गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब जी मे ब्रह्म ज्ञानी बाबा बुड्ढा साहब जी का जोड़...

सत्संग से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं

9 दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा का द्वितीय दिवस लखनऊ। अखिल भारतीय उत्तराखंड महासभा द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा का का दूसरा दिन बहुत...