नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वैज्ञानिक अध्ययनों से आर्कटिक क्षेत्र और मानसून के बीच जुड़ाव का पता चला है।
उन्होंने गुरुवार को कहा कि भारत आर्कटिक पर काम करने का इच्छुक है और सहयोग के लिए नए मार्ग तलाश रहा है। आईसलैंड के पूर्व राष्ट्रपति ओलाफुर रगनार ग्रीमसन का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करते हुए कोविंद ने कहा कि आर्कटिक और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर उनके प्रयासों की भारत प्रशंसा करता है।
उन्होंने कहा कि आर्कटिक क्षेत्र भारत के लिए विशेष महत्व रखता है। कोविंद ने कहा, वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि आर्कटिक क्षेत्र और मानसून के बीच संबंध है। भारत आर्कटिक पर काम करने के लिए इच्छुक है और सहयोग के नए रास्तों की तलाश कर रहा है।
राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान के मुताबिक राष्ट्रपति ने आर्कटिक पर सभी संबंधित पक्षों को एक वैश्विक प्लेटफॉर्म पर लाने के ग्रीमसन के प्रयासों की प्रशंसा की।