- फाइनल मुकाबले में कुवैत को पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से हराया
बेंगलुरू। मेजबान भारत ने कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में 5 . 4 से हराकर नौवीं बार सैफ फुटबॉल चैम्पियन जीत ली। भारत इससे पहले 1993, 1997, 1999, 2005, 2009, 2011, 2015 और 2021 में चैंपियन बना था। टूर्नामेंट के 14 साल के इतिहास में भारत नौ बार चैंपियन बना है और चार बार वह उप विजेता रहा।
We have done it again!
Kudos to the #BlueTigers ⚽️ for holding their nerve in such a gripping encounter with Kuwait in the final & giving a scintillating performance to clinch the #SAFFChampionship 🏆🏆 for a record 9️⃣th time.
🇮🇳 is thrilled on your victory, keep shining! 👍… pic.twitter.com/lxmOzQvspt
— Anurag Thakur (मोदी का परिवार) (@ianuragthakur) July 4, 2023
सैफ फुटबॉल चैम्पियन दोनों टीमें 120 मिनट के खेल तक। से बराबरी पर थीं। पेनल्टी शूटआउट के पांच दौर के बाद भी स्कोर 4 . 4 था जिसके बाद सडन डैथ पर फैसला हुआ। महेश नोरेम ने स्कोर किया और भारत के गोलकीपर गुरप्रीत संधू ने डाइव लगाकर खालिद हाजिया का शॉट बचाकर टीम को जीत दिलाई। उन्होंने पेनल्टी शूटआउट में शानदार प्रदर्शन किया और कुवैत के कप्तान खालिद अल इब्राहिम का आखिरी शॉट रोक दिया।
पेनल्टी शूटआउट में दोनों टीमों को पांच-पांच गोल मारने के मौके मिलते हैं। इसमें चूकने वाली टीम मैच हार जाती है। निर्धारित पांच-पांच शॉट के बाद दोनों टीमें चार-चार की बराबरी पर थीं। भारत के लिए उदांता सिंह और कुवैत के मोहम्मद अब्दुल्ला गोल करने से चूक गए थे।
चार-चार की बराबरी के बाद सडेन डेथ की बारी आई। इसमें जो टीम गोल करने से चूकती है वह सीधे हार जाती है। उसे दूसरा मौका नहीं मिलता है। सडेन डेथ में भारत के लिए नाओरेम महेश सिंह ने गोल किया। वहीं, कुवैत के कप्तान खालिद का शॉट भारत के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने रोक दिया। वह भारतीय के हीरो बन गये।