लेखक राज वर्मा की कृति हरि अनंत हरि कथा अनंता
लखनऊ। लेखक राज वर्मा की कृति हरि अनंत हरि कथा अनंता का लोकार्पण गुरुवार को पुस्तक मेले के दौरान बोधरस प्रकाशन के स्टॉल पर सम्पन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राम बहादुर मिश्र ने कृति का विमोचन किया और लेखक को बधाई देते हुए कहा कि यह कृति रामचरितमानस के प्रमुख प्रसंगों की सूक्ष्म मीमांसा प्रस्तुत करती है। इसमें विविध परंपराओं में प्रचलित रामकथाओं का तुलनात्मक विवेचन किया गया है, जो भक्ति और समीक्षात्मक दृष्टि का सुंदर संगम है। इस अवसर पर छायानट के पूर्व संपादक डॉ. एस.के. गोपाल, राजकीय महाविद्यालय महमूदाबाद के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल अविश्रांत, मानस चिन्तक ओम मिश्र, तथा बोधरस प्रकाशन के निदेशक अमित तिवारी सहित साहित्यकार, शोधार्थी और पाठक उपस्थित रहे। लेखक राज वर्मा ने कहा कि इस कृति का उद्देश्य केवल रामचरितमानस के प्रसंगों को प्रस्तुत करना नहीं, बल्कि उनमें निहित जीवन-दर्शन और सामाजिक-सांस्कृतिक संदेशों को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है। उन्होंने सभी सहयोगियों और पाठकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में बोधरस प्रकाशन के निदेशक अमित तिवारी ने आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि निश्चित ही यह कृति अध्यात्म और साहित्य-जगत में लोकप्रियता प्राप्त करेगी।