बिना परिश्रम के धन कमाने वालों को सीख दे गया ‘अनभिज्ञ’

संगीत नाटक अकादमी के वाल्मीकि रंगशाला में नाटक का मंचन

लखनऊ। विजय बेला थियेटर ग्रुप एवं सफर फाउण्डेशन की नाट्य प्रस्तुति अनभिज्ञ नाटक का मंचन संगीत नाटक अकादमी के वाल्मीकि रंगशाला में किया गया। नाटक का लेखन अनवर बेग व निर्देशन चंद्रभाष सिंह ने किया।
नाटक अनभिज्ञ एक थ्रिलर नाटक है जो कि आज की पृष्ठिभूमि पर लिखा गया है, जो कि गलत तरीकों से धन कमाने वालों के अन्जाम को दिखाता है, नाटक में दिखाया गया कि झूठ, फरेब, मक्कारी और चापलूसी से सफलता तो पाई जा सकती है पर उसका अंजाम सच्चाई के रास्ते पर चलकर कमाई गयी दो वक्त की रोटी से बहुत बुरा है। नाटक की शुरूआत दो सगे भाईयों की अलग-अलग जगहों पर हत्या से होती हैं। और उनकी जगह पर अलग-अलग व्यक्ति आ जाते है। करन और किशन की माँ अलग-अलग है किन्तु पिता एक है और दोनों का पालन-पोषण भी अलग-अलग हुआ है। किन्तु माता-पिता की मृत्यु के बाद वसीयत में हिस्से के लिए मिलते है, तभी घर पर अप्रत्यासित घटनायें घटने लगती है। पहले दूधवाले की हत्या, फिर शिवानी की हत्या, फिर अचानक से घर में पुलिस के डर से डकैतो का आना, करन और किशन के साथ मार पीट करना आदि। नाटक में सस्पेंस, थ्रिल, इमोशन, हास्य, ड्रामा सबकुछ है। नाटक अंत में ये बताता है कि बुरे रास्ते से धन अर्जित करने का परिणाम बुरा ही होता है। नाटक में नाटक का टाइटल सांग और आइटम सॉन्ग प्रयोग किया गया है। नाटक में अहम भूमिका चंद्रभाष सिंह, बृजेश कुमार चौबे, पिन्टू यादव, अग्नि सिंह, अजय कुमार, जूही कुमारी, कृष्ण कुमार पांडे, आशीष सिंह, सुन्दरम मिश्रा, निहारिका कश्यप, प्रखर चतुर्वेदी, शशांक शुक्ला और रोहन गंगवार ने निभायी। मंच के परे अनवर बेग, किशन कुमार, अर्जुन सिंह, नवीन मिश्रा, कोमल प्रजापति, संतोष पाल, चंद्रेश पांडे, नीरजा श्रीवास्तव, जूही कुमारी, निहारिका कश्यप, सचिन गुप्ता, रोहन गंगवार की अहम भूमिका रही।

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