अवध महोत्सव में हुआ नाटक का मंचन
लखनऊ। कुर्सी रोड स्थित हंस लॉन के सामने 27 अप्रैल तक चलने वाले अवध महोत्सव 2025 की शाम हास्य नाटक हम तो चले हरिद्वार बिम्ब सांस्कृतिक समिति लखनऊ द्वारा निर्देशन महर्षि कपूर एवं लेखक रामकिशोर नाग की प्रस्तुति ने उपस्थित जनसमूह को हंसते-हंसते लोटपोट हो जाने पर मजबूर कर दिया। चंद्र प्रकाश बेटे रवि और बहू ज्योति के शादी के कुछ वर्षों तक दादा ना ब बनने के कारण वकील के द्वारा 5 करोड रुपए की मानहानि का दवा करने की नोटिस अपने पुत्र और बहू को भेजो। अलग-अलग शहरों में रह रहे बहू एवं बेटे के स्थानांतरण को लेकर कई तरह के विषम परिस्थितियों उत्पन्न हुई। और वह भी तब जब चंद्र प्रकाश को लकवा का पेशेंट बनाना पड़ा। और इसी बीच चंद्र प्रकाश की बहन पूरे परिवार के साथ देखभाल करने के लिए घर पर आ जाती है इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बहु ज्योति प्रेग्नेंट होने की झूठी खबर के लिए डॉक्टर से संपर्क करती है परंतु डॉक्टर ऐसा करने से मना कर देता है लेकिन जब जांच होती है तो बहू सचमुच में प्रेग्नेंट होती है। अब चंद्र प्रकाश के सामने समस्या होती है की बहू बेटे की नौकरी पर जाने पर पोते की देखभाल कैसे होगी और वह फिर हरिद्वार जाने की तैयारी करते हैं। वर्तमान परिस्थितियों को बहुत ही सुंदर तरीके से निर्देशन द्वारा प्रस्तुत किया चंद्रप्रकाश के किरदार में कुलदीप श्रीवास्तव पुत्र रवि के किरदार में अभिषेक कुमार पाल बहु ज्योति के किरदार में स्पर्धा पांडे बुआ के किरदार में नीलम पांडे अपने अभिनव के साथ पूरा न्याय किया संगीत उज्ज्वल सिंह एवं मेकअप सरिता कपूर बुआ जी नीलम बॉस विवेक रंजन ने किया। हास्य नाटक हम तो चले हरिद्वार के शुभ अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह एवं उपाध्यक्ष एन बी सिंह द्वारा दी प्रज्वलित किया तथा सभी कलाकारों को और मंच से जुड़े लोगों को सम्मानित किया।