लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों के हॉटस्पाट क्षेत्रों को चिन्हित कर उन्हें पूर्णतया सील किया जाए। इन क्षेत्रों में आवागमन को पूरी सख्ती से प्रतिबन्धित किया जाए। यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 431 हो गई है। कल से आज के बीच इस महामारी के संक्रमण के 21 नए मामले सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए लागू लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा, लॉकडाउन के दौरान जनसामान्य को राहत सहित सभी आवश्यक सामग्री व सुविधाएं सुलभ कराने के लिए गठित 11 कमेटियों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि इन क्षेत्रों में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए। सील किए गए हॉटस्पाट इलाकों में केवल मेडिकल, सेनिटाइजेशन टीमों एवं डोर स्टेप डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों को ही आवागमन की अनुमति दी जाए। हॉटस्पाट क्षेत्रों में को सील करने की कार्यवाही को स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन एवं पुलिस द्वारा लागू कराया जाए। बाद में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पहले चरण में 121 हॉट स्पॉट क्षेत्रों के 7,58,669 व्यक्तियों को किया गया चिन्हित किया गया है।
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि प्रदेश के पश्चिमी इलाके में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की बढ़ती हुई संख्या के दृष्टिगत इस क्षेत्र में कोरोना वायरस जांच की सुविधाओं को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। कोरोना वायरस को समय सीमा में नियंत्रित करने के लिए जरूरी है कि प्रभावित क्षेत्रों में अधिकाधिक संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जाए। प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा, नोएडा, सहारनपुर में कोरोना की जांच की सुविधा स्थापित की जाए। प्रदेश के हर जिलें में समयबद्ध ढंग से कोरोना वायरस की जांच के लिए सैम्पल कलेक्शन सेन्टर स्थापित किए जाएं।
उन्होंने कहा कि ऐसे जिले जहां कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले संसूचित नहीं हुए हैं, वहां होम क्वारेन्टाइन अथवा संस्थागत क्वारेन्टाइन में रखे गए संदिग्ध मामलों की जांच कराकर संवेदनशील मामलों को आइसोलेट किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए स्थापित लेवल-1 (एल-1), लेवल-2 (एल-2) व लेवल-3 (एल-3) अस्पतालों को और सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने एल-3 अस्पतालों की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से राज्य में ‘आरोग्य सेतु’ ऐप के डाउनलोड की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि आयुष विभाग द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व उपचार आदि के सम्बन्ध में ऐप विकसित किया जाए। कोरोना वायरस के सम्बन्ध में संवेदनशील क्रियाकलापों से जुड़े कर्मियों के लिए पीपीई किट व एन-95 मास्क आदि की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए।
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि इस मौके पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल एवं संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।





