वेदी के माध्यम से इकोफ्रेंडली होलिका दहन का संदेश दिया
होलिका वेदी में टायर या गंदे कपड़ें को डालना बताया अशुभ
लखनऊ। श्रीमनकामेश्वर मंदिर में आज अर्थात बुधवार को मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज ने अगुवाई में होलिका वेदी सजाई गई। होलिका में उन्होंने गोबर क उपले, लकड़ी का उपयोग किया है। इसके माध्यम से श्रीमहंत ने समाज में इकोफ्रेंडली होली का संदेश दिया है।
इसके उपरांत श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज वेदी का पूजन किया गया। आचार्य राधेश्याम मिश्रा ने वेदी पूजन करवाया। होलिका वेदी पूजन के बाद महिलाओं ने श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज के साथ फूलोंं की होली खेली। इस अवसर पर मंदिर की प्रमुख सेवादार उपमा पांडेय, ऊषा,सुमन तिवारी, पूजा, मालती शुक्ला के अलावा विश्वजीत यादव, शिवा के अलावा मंदिर के भक्त पूजन कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इस मौके पर श्रीमहंत ने आए सभी भक्तों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होलिका की वेदी में शुद्ध और पवित्र वस्तुओं का प्रयोग ही करें। होलिक की वेदी भी एक हवन कुंड है, जैसे हवन में पवित्र वस्तुओं की आहुति दी जाती है इसी प्रकार से इसमें पवित्र चीजों को डालना चाहिए। बहुत से लोग टायर, गंदे कपड़े,कूड़ा तक डाल देते हैं यह सर्वथा गलत है। इसके अलावा किसी आवश्कता की लकड़ी, जैसे दरवाजे, तखत आदि को होलिका में नहीं प्रयुक्त करना चाहिए। यह धार्मिक मयार्दा के प्रतिकूल है।