कौमी ख़बरें / वायस ऑफ़ लखनऊ प्रतिनिधि
चंडीगढ़: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 के कई भाग हटाने को लेकर हरियाणा विधानसभा में जमकर बहस हुई। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। सत्तारूढ़ भाजपा ने सदन में अनेक बार नारेबाजी की। सबसे अधिक टीका-टिप्पणी और हंगामा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुआ। मुख्यमंत्री ने सदन में प्रस्ताव पेश किया कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाए।
जिसके बाद कांग्रेस विधायक करण दलाल ने सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सदन को बताएं, अनुच्छेद हटाने का फैसला राष्ट्रपति संदर्भ है, या अधिूसचना या फिर केंद्र सरकार का फैसला, इसके कंटेंट भी बताए जाएं। भाजपा विधायकों ने इस पर कड़ा एतराज जताया। सीएम ने अनुच्छेद को हटाने के लिए विधि एवं न्याय मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना पढ़कर सदन में सुना दी। बावजूद इसके दलाल नहीं माने और इसे सदन पटल पर रखने के साथ ही विधायकों को बांटने की मांग कर डाली। इस पर भाजपा और कांग्रेस विधायकों में तीखी बहस हो गई। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस विधायक सब जानते हुए भी अनजान बन रहे हैं। भाजपा विधायकों की ओर से कांग्रेस को लेकर निजी टिप्पणी कर दी गई, जिस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर और अन्य भाजपा-कांग्रेस विधायकों के बीच खूब तू-तू, मैं-मैं हुई।
स्पीकर कंवर पाल ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए मामला शांत कराया। धन्यवाद प्रस्ताव का विरोध किसी ने भी नहीं किया। स्पीकर ने ध्वनिमत से सर्व सम्मति के साथ अनुच्छेद-370 हटाने के लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर दिया।
समर्थन और तंज साथ-साथ
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने अनुच्छेद-370 हटाने के लिए लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी तंज कस दिया। हुडडा ने घोषणापत्र का हवाला देते हुए प्रदेश सरकार को नसीहत दी कि आप भी केंद्र सरकार की तर्ज पर वादा पूरा करना सीख लो। हुड्डा ने कहा कि उन्हें सरकार की ओर से लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करने में कोई दिक्कत नहीं है।
किरण चौधरी, धनखड़ के बीच तीखी झड़प
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने प्रस्ताव के समर्थन के साथ कहा कि देश की आजादी के लिए कांग्रेस नेताओं ने अपने खून का बलिदान दिया है। इस पर कृषि मंत्री ओपी धनखड़ भड़क गए। धनखड़ ने कहा कि देश के टुकड़े-टुकड़े कांग्रेस ने कराए। देश के विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उन्होंने विधि एवं न्याय मंत्रालय की अधिसूचना की प्रतियां भी सदन में लहराईं। इस पर किरण ने कहा कि भाजपा देश का इतिहास नहीं बदल सकती।