हस्तशिल्प महोत्सव : शिव नृत्य पर थिरके श्रोता

मेरे घर राम आए हैं… गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया
लखनऊ। कानपुर रोड आशियाना क्षेत्र में स्थित स्मृति उपवन में माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा आयोजित हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाज सेविका श्रीमती नम्रता पाठक व विशिष्ट अतिथि समाज सेविका शिखा गोयल एवम महोत्सव अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह व गुंजन वर्मा और सूरज जैसवानी ,विनय दुबे, रनवीर सिंह, हेमू चौरसिया दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक संध्या का आरंभ हुआ। वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती नम्रता पाठक ने हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव की प्रशंसा करते हुए आयोजक अरुण प्रताप सिंह को बधाई देते हुऐ कहा की ऐसे कार्यक्रम होने से हस्तशिल्प को और बढ़ावा मिलता हैं एवम विलुप्त हो रही सभ्यता और संस्कृति को कायम कर सराहनीह कार्य किया हैं। सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने मनोरम नृत्य, गीत, संगीत एवं कविताओं का मनोरम प्रस्तुती दी गई। टैलेंट शो पूजा साहनी के संयोजन में मोहिनी ने मेरे घर राम आए हैं… गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। वैष्णवी ने शिव नृत्य कर दर्शकों को घुमाया नचाया इसी क्रम में अनन्या, रिद्धि, ममता, ओम गुप्ता, मोहिनी, वैष्णवी गीता, अमित, जान्हवी, ममता और अनन्या ने प्रस्तुति दी। स्वरांजलि सांस्कृतिक संस्था निर्देशक इंजी. दिनेश कुमार श्रीवास्तव के संयोजन से जुड़े बिभिन्न गायन, नृत्य के कलाकारों ने अपनी कला का बहुत ही मनभावन एवं उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन किया। गायन में इंजी दिनेश कुमार श्रीवास्तव के अलावा फैसल नसीम, अनिल श्रीवास्तव, रज्जन लाल, चंद्र मोहन मिश्रा, संगीता, प्रतिभा रानी, मृदुला भटनागर, अर्चना श्रीवास्तव, सोनिया सक्सेना ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से श्रोताओं का मन मोह लिया। वही मातृभाषा हिंदी संगठन के तत्वाधान में संयोजक कुमार लक्ष्मीकांत एवं अंबुज उषा नंदन, अंकुर पाठक, पीयूष योगी, अशोक, नीतू, कृति शर्मा , वानी और प्रीति सिंह आदि कवियों द्वारा प्रस्तुति पर उपस्थित श्रोता जमकर ठहाके लगाते हुए हास्य कविता के मजे लूटे । अंत में आयोजक अरुण प्रताप सिंह एवं गुंजन वर्मा द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये कलाकारों एवं कवियों को पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र पहना सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मंच से संस्थाध्यक्ष महोत्सव आयोजक ने बताया कि हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विलुप्त हो रही लोककला एवं हस्तशिल्प कारीगरों, बुनकरो को बढ़ावा देना है। इस दौरान मंच पर आयोजक समिति के मनोज सिंह चौहान, प्रियंका सिंह, उषा गोस्वामी आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रदीप शुक्ला द्वारा किया गया।

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