नई दिल्ली। गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई ने सोमवार को भारत में अगले पांच-सात साल में 75,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की। कंपनी की गूगल फॉर इंडिया की पहल के तहत किए जाने वाले इस निवेश का मकसद देश में डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करना है।
भारतीय मूल के पिचाई ने सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक ऑनलाइल बैठक भी की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गूगल फॉर इंडिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पिचाई ने इस निवेश की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए कंपनी ने गूगल फॉर इंडिया डिजिटलीरण कोष बनाया है। यह घोषणा भारत के भविष्य और उसकी डिजिटल अर्थव्यवस्था में कंपनी के भरोसे को दिखाती है।
गूगल के सीईओ ने कहा कि नई प्रौद्योगिकियों की पूरी ऐसी पीढ़ी है जिन्हें यहां भारत में पहले पेश किया जा रहा है। देश के लोगों को अब किसी प्रौद्योगिकी के आने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, इस बात में कोई दोराय नहीं कि हम आज भारत और दुनियाभर में मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं। यह चुनौती भी दोतरफा है, यह हमारे स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था दोनों को प्रभावित करने वाली है और इसने हमें हमारे काम करने और जीने के तरीके के बारे में दोबारा सोचने पर मजबूर किया है। लेकिन चुनौतियों का समय भी नवोन्मेष के अतुल्नीय क्षण दे सकता है।
गूगल फॉर इंडिया डिजिटलीकरण कोष की घोषणा
पिचाई ने कहा कि कंपनी इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि भारत को ना केवल नवोन्मेष की अगली लहर का लाभ मिले बल्कि वह इसमें अग्रणी भी हो। पिचाई ने कहा, आज मैं गूगल फॉर इंडिया डिजिटलीकरण कोष की घोषणा करते हुए रोमांचित महसूस कर रहा हूं।
इस पहल के तहत हम अगले पांच से सात साल में भारत में 10 अरब डालर यानी 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इससे हम देश की डिजिटल क्षेत्र की कंपनियों में शेयर, साझेदारी, परिचालनात्मक निवेश तो करेंगे ही। साथ ही डिजिटल सेवाओं के बुनियादी ढांचे और पारितंत्र निर्माण पर भी निवेश करेंगे।
भारत के डिजिटलीकरण के चार प्रमुख क्षेत्रों पर केन्द्रित होगा
उन्होंने कहा कि हमारा निवेश भारत के डिजिटलीकरण के चार प्रमुख क्षेत्रों पर केन्द्रित होगा। इसमें हर भारतीय तक उसकी अपनी भाषा भले वह हिेंदी, तमिल या पंजाबी जो भी हो उसमें सस्ती पहुंच और सूचनाओं को उपलब्ध कराना होगा। भारतीय बाजार की जरूरत के मुताबिक नए उत्पाद और सेवाओं का निर्माण करना, छोटे कारोबारियों को डिजिटल बदलाव के लिए सशक्त करना और स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कृषि जैसे क्षेत्रों में सामाजिक भलाई के लिए कृत्रिम मेधा और प्रौद्योगिकी लाभ पहुंचाना शामिल है।
गूगल ने प्रसार भारती के साथ एक नई पहल की शुरू
गूगल ने प्रसार भारती के साथ एक नई पहल शुरू करने की भी घोषणा की। कंपनी दूरदर्शन पर एक प्रशिक्षण श्रृंखला शुरू करेगी जो मौजूदा हालातों में छोटे कारोबारियों को डिजिटल तरीके से कामकाज करने के बारे में प्रशिक्षित करेंगे। इसके साथ ही गूगल ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के माध्यम से देश के 22,000 स्कूलों में 2020 के अंत तक 10 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए साझेदारी की है।
इसके तहत शिक्षकों को ऑनलाइन क्लासेस के दौरान बच्चों को कक्षा की पढ़ाई जैसा अनुभव कराने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए वह गूगल की जी सूट फॉर एजुकेशन, गूगल क्लासरूम और यूट्यूब जैसी मुफ्त सेवाओं का उपयोग कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिचाई से की बातचीत
सुबह में प्रधानमंत्री मोदी ने पिचाई के साथ बातचीत को लेकर कई ट्वीट किए। प्रधानमंत्री ने कहा, आज प्रात: सुंदर पिचाई के साथ बहुत ही फलदाई चर्चा हुई। हमने कई मुद्दों पर बातचीत की, इस दौरान खासतौर से भारत के किसानों, युवाओं और उद्यमियों के जीवन में बदलाव लाने में प्रौद्योगिकी की ताकत के इस्तेमाल को लेकर चर्चा हुई।
This morning, had an extremely fruitful interaction with @sundarpichai. We spoke on a wide range of subjects, particularly leveraging the power of technology to transform the lives of India’s farmers, youngsters and entrepreneurs. pic.twitter.com/IS9W24zZxs
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2020
मोदी ने कहा, हमने वैश्विक महामारी के कारण खेलकूद जैसे क्षेत्र में आई चुनौती को लेकर चर्चा की। हमने डेटा सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के महत्व को लेकर भी बातचीत की। सुंदर पिचाई अल्फाबेट इंक और उसकी अनुषंगी गूगल एलएलसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं।
पिचाई ने दिया प्रधानमंत्री के ट्वीट का जवाब
प्रधानमंत्री के ट्वीट के जवाब में उन्होंने कहा, अपना समय देने के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री मोदी। डिजिटल इंडिया को लेकर आपके दृष्टिकोण को लेकर बेहद आशावान हूं और इस दिशा में काम करने को लेकर रोमांचित भी। गूगल फॉर इंडिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पिचाई ने कहा कि भारत अपनी डिजिटल यात्रा को पूरा करने से अभी बहुत दूर है।
Today at #GoogleForIndia we announced a new $10B digitization fund to help accelerate India’s digital economy. We’re proud to support PM @narendramodi’s vision for Digital India – many thanks to Minister @rsprasad & Minister @DrRPNishank for joining us. https://t.co/H0EUFYSD1q
— Sundar Pichai (@sundarpichai) July 13, 2020
उन्होंने कहा, करोड़ों भारतीयों के लिए सस्ते इंटरनेट तक पहुंच कराने की दिशा में अभी और काम करना है। इसके अलावा सभी भारतीय भाषाओं में मौखिक आदेश देने, कंप्यूटर चलाने की सुविधा देने और नव उद्यमियों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित करने और समर्थन करने के लिए भी बहुत कुछ करना है। पिचाई ने छोटे कारोबारियों को डिजिटल दुनिया से जोड़ने के काम को एक सफलता की कहानी के तौर पर बताया।
गूगल फॉर इंडिया की मुहिम
उन्होंने कहा कि अब तक देश के 2.6 करोड़ छोटे कारोबारियों को गूगल के सर्च से जोड़ा जा चुका है और उन्हें गूगल के सर्च इंजन एवं मैप इत्यादि पर आसानी से खोजा जा सकता है। निम्न आयवर्ग के लोगों तक शिक्षा की पहुंच उपलब्ध कराने के लिए गूगल ने अपनी कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) इकाई गूगल डॉट ऑर्ग के माध्यम से केवल्य एजुकेशन फाउंडेशन (केईएफ) को 10 लाख डॉलर की मदद देने की भी घोषणा की। यह गूगल के वैश्विक दूरस्थ शिक्षा कोष का हिस्सा है।