बॉलवुड के जानेमाने अभिनेता धर्मेन्द्र दियोल के निधन की खबर से कला जगत में शोक की लहर
लखनऊ। दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र इस दुनिया में नहीं रहे। सोमवार सुबह उनका निधन हो गया है। दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं। उन्होंने 89 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। धर्मेंद्र बीते कुछ वक्त से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे। धर्मेद्र बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में से एक थे, जिन्होंने पर्दे पर अपनी अमिट छाप छोड़ी थी। धर्मेंद्र ने बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था और एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी थीं। धर्मेंद्र ने अपने करियर की शुरूआत साल 1960 में फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से किया था। अपनी पहली ही फिल्म से धर्मेंद्र ने बड़े पर्दे पर छा गए थे, इसके बाद उन्होंने अनपढ़, बंदिनी, मेरा गांव मेरा देश, शोले, धरम-वीर, तहलका और अपने जैसी शानदार फिल्मों में काम किया। धर्मेंद्र ने अपने करियर में पुराने कलाकार बलराज साहनी, राज कपूर, संजीव कुमार, अमिताभ बच्चन और अमरीश पुरी के साथ काम किया था, इसके अलावा धर्मेंद्र आज की पीढ़ी के कलाकारों के साथ भी फिल्मों में नजर आए थे।
बॉलीवुड को सूना कर गये धरम जी
धर्मेन्द्र के निधन की खबर सुनते ही कला जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। सभी अपने-अपने तरीके से धर्मजी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। धर्मेन्द्र के निधन की खबर सुनकर लखनऊ के कला जगत व रंगकर्मियों में भी शोक की लहर दौड़ गयी। शहर के जाने माने वरिष्ठ रंगकर्मी व अभिनेता अनिल रस्तोगी ने कहा कि धर्मजी के निधन से कला जगत पूरी तरह से सूना हो गया। या यूं कहें कि उनके निधन से भारतीय सिनेमा में एक युग का अंत हो गया है। अनिल रस्तोगी ने आगे कहा कि धर्मेंद्र जी का जाना भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत है, वो एक दिग्गज व्यक्तित्व और शानदार अभिनेता थे, जिन्होंने जो भी किरदार निभाया, उसमें अलग तरह का चार्म और गहराई ले आए, जिस तरह से उन्होंने अलग-अलग किरदार निभाए, उस अंदाज से तमाम लोगों को अपना मुरीद बना लिया।
बॉलीवुड ने एक हीरा खो दिया : सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ
अभिनेता धर्मेन्द्र के निधन पर लखनऊ के जानेमाने अभिनेता व रंगकर्मी सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ ने कहा कि बॉलीवुड ने एक हीरा खो दिया जिसकी चमक से पूरा देश जगमगा रहा था। आगे उन्होेंने कहा कि उनके निधन से कला जगत को जो क्षति हुई उसकी भरपायी नहीं हो सकती। उन्होंने अपने अभिनय से मनोरंजन जगत को नयी उचाईयां प्रदान की। उन्होंने अपने अभिनय व डायलॉग से सभी के दिलों में खास जगह बनायी, उनके डायलॉग तो आज भी लोगों के जुबान पर चढ़ा हुआ है। उनकी हिमैन की छवि तो पूरी दुनियां में मशहूर है। आगे सूर्य मोहन कहते है कि धरमजी ने कला जगत में जो जगह बनायी थी उस जगह को भर पाना बहुत ही मुश्किल है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
धरमजी का डांस कोई नहीं भूल पायेगा : प्रभात बोस
राजधानी के जानेमाने रंगकर्मी प्रभात बोस ने कहा कि धरमजी के निधन की खबर सुनकर मन बहुत व्यथिथ है, उनका यूं अचानक जाना पूरे कला जगत के लिए दुखदायी है। उनकी कमी को कोई भी पूरा नहीं कर पायेगा। आगे प्रभात कहते हैं कि धरमजी सिर्फ अभिनय से ही नहीं अपने हिमैन छवि के लिए भी याद किये जायेंगे, उनके एक्शन और डांस ने दर्शकों के दिलों में एक अलग मुकाम बनाया था। इतना ही नहीं उन्होंने ब्लैक एण्ड व्हाइट के जमाने से लेकर आज के जमाने तक अपने अभिनय से लोगों के दिलों पर राज किया, वो जितने अच्छे अभिनेता थे वो उतने ही अच्छे इंसान थे, भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
सोशल मीडिया पर रहते थे एक्टिव
धर्मेंद्र सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते थे वह अपने फैंस से जुड़े रहने के लिए अक्सर खास तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किया करते थे। धर्मेंद्र अपनी जिंदगी के आखिरी समय ज्यादातर फर्महाउस पर बिताते थे। इस उम्र में वह कैसी जिंदगी जी रहे थे धर्मेंद्र अपने तस्वीरों और वीडियो के जरिए फैंस को बताते रहते थे,जिसे लोग खूब पसंद करते थे। उनकी सोशल मीडिया पर कई पोस्ट्स वायरल हुआ करती थीं।
दिलीप कुमार ने जगाई एक्टिंग की चाह
बचपन से शुरूआत करें तो पिता लुधियाना के पास सानेवाल गांव में गणित के मास्टर थे और वहां सिनेमा देखना तो बहुत दूर की बात थी। लड़कपन में एक दिन चोरी छिपे दिलीप कुमार की फिल्म शहीद देखी जो 1948 में आई थी। धर्मेंद्र ने ऐसा बताया था कि उस फिल्म और दिलीप कुमार ने उनके दिल पर गजब का जादू किया था और उनकी तकदीर जैसे उसी दिन तय हो गई थी। किस्मत भी शायद धर्मेंद्र का साथ दे रही थी। 1958 में फिल्मफेयर मैगजीन ने एक टैलेंट हंट की घोषणा की जिसमें बिमल रॉय और गुरुदत्त जैसे दिग्गज शामिल थे। उस वक़्त मलेरकोटला में नौकरी कर रहे धर्मेंद्र वहाँ जान मोहम्मद फोटो स्टूडियो गए और कहा कि बस कुछ ऐसा करो कि दिलीप कुमार बना दो और सिलेक्शन हो जाए। और हुआ भी वही. गांव का लड़का सिलेक्ट होकर बॉम्बे जा पहुँचा, और शुरू हुई ऐसी फिल्मी कहानी जिसमें इमोशन भी था, ड्रामा भी और ट्रैजडी भी।
सबसे हैंडसम में शामिल थे धर्मेंद्र
अपने दौर में धर्मेंद्र को दुनिया के सबसे हैंडसम मर्दों की लिस्ट में शामिल किया गया था। धर्मेंद्र के आइडल रहे दिलीप कुमार ने एक फंक्शन में कहा था कि जब वो खुदा से मिलेंगे तो पूछेंगे कि उन्हें धर्मेंद्र की तरह खूबसूरत क्यों नहीं बनाया। इस पर धर्मेंद्र ने कहा था, सोचता हूँ कि लोग कहते हैं तो शायद सही होगा, ही-मैन कहते हैं, ग्रीक गॉड तक कहते हैं। मैं तो अपनी खूबियों में भी खामियाँ ढूँढता रहता हूँ. सोचता हूँ कहीं चाहने वालों के उस मकाम को खो न दूं। हाँ डांस के मामले में धर्मेंद्र का हाथ तंग माना जाता था, हालांकि जट्ट यमला पगला दीवाना जैसे उनके गाने बहुत मशहूर हुए। इस गाने के बारे में धर्मेंद्र ने बताया था, फिल्म में मैंने पब्लिक के बीच नाचने से मना कर दिया था, इसलिए मेरे लिए क्रेन लगाई गई, फिर मैं ऐसा खुला कि शर्म चली गई।
धर्मेंद्र को मिला पद्म भूषण
धर्मेंद्र को सिनेमा में योगदान देने के लिए कई अवॉर्ड और सम्मान दिए गए थे। उन्हें साल 2012 में भारत सरकार की तरफ से भारत का तीसरा सबसे बड़ा अवॉर्ड पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
नेशनल फिल्म अवॉर्ड
साल 1990 में फिल्म ‘घायल’ रिलीज हुई थी। इसमें धर्मेंद्र के अलावा सनी देओल, मीनाक्षी शेषाद्रि, ओम पुरी और अमरीश पुरी थे। इस फिल्म ने 1990 में सबसे अच्छी फिल्म का नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीता था।
फिल्मफेयर अवॉर्ड
साल 1991 में धर्मेंद्र की अदाकारी वाली फिल्म ‘घायल’ को बेस्ट फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया। साल 1997 में धर्मेंद्र को लाइफटाइम अचीवमेंट फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया। उनकी फिल्में आई मिलन की बेला, फूल और पत्थर, मेरा गांव मेरा देश, यादों की बारात, रेशम की डोरी, नौकर बीवी का और बेताब को फिल्मफेयर नामांकन मिला
एक साल में कई हिट फिल्में देने का रिकॉर्ड
धर्मेंद्र ऐसे अभिनेता हैं जिनके नाम कई हिट फिल्में देने का रिकॉर्ड है। साल 1973 में उन्होंने आठ हिट फिल्में दी थीं। साल 1987 में उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा और नौ हिट फिल्में दीं। उनके इस रिकॉर्ड को अब तक कोई भी बॉलीवुड एक्टर नहीं तोड़ सका।
300 से ज्यादा फिल्मों में किया काम
धर्मेद्र के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि उन्होंने बॉलीवुड की 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। साल 1960 में उन्होंने फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। फिल्मों में बेहतरीन अदाकारी की वजह से उन्हें ‘ही-मैन’ के नाम से जाना जाने लगा।





